CPR Training: दिल्ली में नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन की तरफ से आयोजित सीपीआर ट्रेनिंग से जुड़े कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीपीआर ट्रेनिंग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे कार्डियक अरेस्ट यानी दिल का दौरा पड़ने पर पीड़ित लोगों की जान बचाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित व्यक्ति की मदद के लिए हमें सीपीआर ट्रेनिंग करनी चाहिए। उन्होंने इसे नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन की बेहतरीन पहल बताया।
सीपीआर का मतलब कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन है, यह दिल का दौरा पड़ने पर उस वक्त किसी शख्स की जिंदगी को बचाने में मदद कर सकता है, जब दिल धड़कना बंद कर देता है या मस्तिष्क और दूसरे महत्वपूर्ण अंगों में रक्त संचार करने के लिए बहुत अप्रभावी रूप से धड़कता है।
मनसुख मांडविया ने बताया कि “हम कार्डियक अरेस्ट जिसको आया है उसको मदद के लिए सीपीआर की ट्रेनिंग करें। मैं मानता हूं कि एनबी का एक ऐसा इनिशिएटिव है। मेरे दृष्टि से उसका महत्व इसलिए है कि समाज में कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में किसी को तुरंत मदद मिल जाए। उसके लिए आम जनता में अवेयरनेस हो, थोड़ा सा ज्ञान हो, थोड़ी ट्रेनिंग हो। तो मैं मानता हूं कि आवश्य दूसरे की जिंदगी को बचा सकते हैं।”