Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ का खूबसूरत जिला जशपुर जो अपनी वादियों, झरनों और जनजातीय संस्कृति के लिए जाना जाता है, अब देशभर में एडवेंचर और टूरिज्म के नए केंद्र के रूप में पहचान बना रहा है। जिले में छह से नौ नवंबर तक आयोजित जशपुर जम्बुरी ने पर्यटन को नया आयाम दिया है। यह आयोजन न सिर्फ मनोरंजन का माध्यम है, बल्कि ग्रामीण संस्कृति, प्रकृति और रोमांच का अद्भुत मेल भी है। ग्राम केरे में पर्यटकों के लिए आठ होम स्टे की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यहां ठहरे मेहमानों को स्थानीय परिवारों की तरह रहने और जशपुर की संस्कृति को करीब से जानने का मौका मिल रहा है। होम स्टे से स्थानीय लोगों को आर्थिक सशक्तिकरण का अवसर भी मिला है।
यह पहल ग्रामीण पर्यटन को नई दिशा दे रही है। पर्यटक यहां पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लेते हैं, लोक नृत्यों में शामिल होते हैं और भाषा-संस्कृति को समझते हैं।‘जशपुर जंबूरी’, जो अब पूरे प्रदेश का आकर्षण बन चुका है। इस उत्सव में एक ओर जहां पर्यटक रोमांचक खेलों का मजा ले रहे हैं जैसे पैराग्लाइडिंग, रॉक क्लाइंबिंग, साइक्लिंग और नेचर ट्रेकिंग, वहीं दूसरी ओर जनजातीय कलाकार अपनी पारंपरिक नृत्य और संगीत से समां बांध देते हैं।
जिला प्रशासन ने निवास, भोजन, सुरक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बेहतरीन व्यवस्था की। इस आयोजन से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है, बल्कि जशपुर अब “प्रकृति, संस्कृति और एडवेंचर का संगम” बनकर राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर उभर रहा है। पहाड़ों की गोद में बसे जशपुर में यह जंबूरी, पर्यटन और परंपरा के संगम का जीवंत उदाहरण बन चुकी है। आने वाले वक्त में जशपुर न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि देश का नया एडवेंचर और कल्चरल डेस्टिनेशन बनकर उभरेगा। यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवन की आत्मा से जुड़ने का अनुभव है। जहां संस्कृति, रोमांच और आत्मीयता तीनों एक साथ नजर आ रही हैं।