Bharat Mobility: ऑटोमोबाइल घटक निर्माता पैराकोट प्रोडक्ट्स ने ऐसी तकनीक बनाई है जो कृषि अपशिष्ट से टिकाऊ ऑटो पार्ट्स बनाने में कारगर है, इसे प्लास्टिक के साथ मिलाया जाता है। ये पर्यावरण के लिए बेहतर है, तो उद्योग में प्लास्टिक कचरे को भी कम करती है।
इस नई तकनीक को यहां भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में दिखाया गया। पैराकोट प्रोडक्ट्स के इनोवेशन के वरिष्ठ प्रबंधक गौतम प्रसाद ने कहा, ग्राहकों की जरूरत के आधार पर, कृषि अपशिष्ट को आंशिक रूप से रिसाइक्लेबल प्लास्टिक के साथ मिलाया जाता है।
एक्सपो में पेश किए गए उत्पादों में इस सामग्री से बने पार्सल शेल्फ, हेडलाइनर और सीटबैक शामिल हैं। पैराकोट उत्पाद के इनोवेशन वरिष्ठ प्रबंधक गौतम प्रसाद ने कहा कि “हम अपने टिकाऊ उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं जिन्हें हमने पिछले कुछ समय में बनाया है। हमने जो किया वह ये है कि हमने कृषि-अपशिष्ट सामग्री का इस्तेमाल किया जो हमने किसान के खेत से लिया था और जैसा कि आप देख सकते हैं, मुख्य रूप से हमने यहां जो उपयोग किया वह जूट है। कृषि अपशिष्ट पदार्थ, जूट की छड़ी है और ये बांस, ये बांस का पाउडर है जो बांस उद्योग से निकल रहा है।
इसलिए हमने इसे प्लास्टिक के साथ मिलाया, ग्राहक की जरूरत के आधार पर, हम फॉर्मूलेशन बनाते हैं। जो उत्पाद हम यहां प्रदर्शित कर रहे हैं वह इस कृषि-अपशिष्ट सामग्री के कई लोडिंग के साथ कई प्रकार के कण हैं, तो हम जो दिखा रहे हैं वो इस प्राकृतिक फिलर्स की लोडिंग का 20 फीसदी, 30 फीसदी और 40 फीसदी है।”