Amarnath yatra: सालाना अमरनाथ यात्रा इस बार जुलाई महीने की शुरूआत में शुरू होने वाली है, इसे देखते हुए सीमा सड़क संगठन ने तैयारी तेज कर दी है। बीआरओ यात्रा के लिए बालटाल रूट तैयार करने में जुटा है, यह पवित्र गुफा तक पहुंचने के प्रमुख रास्तों में से एक है।
सीमा सड़क संगठन के कर्मचारी बर्फ हटाने में कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि इस रास्ते से पवित्र गुफा के दर्शन के लिए जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं का सफर सुरक्षित और आरामदायक हो।
सीमा सड़क संगठन के श्रमिकों का कहना है कि “हम यहां पर काम कर रहे हैं अमरनाथ ट्रैक पे, ज्यादा से ज्यादा चाहते हैं कि इस बार ट्रैक हमारा स्मूथ हो, बढ़िया हो ताकि पिलग्रिम्स को कोई सख्ती न आए। 2025 की यात्रा हम बिल्कुल सफल बनाना चाहते हैं। हम यहां पर सुबह सात बजे के करीब पहुंचते हैं, ऑपरेशंस स्टार्ट करते हैं, हमारे ऑफिसर्स साथ रहते हैं। उसके बाद पूरे दिन भर काम चलता है और शाम को पांच बजे, छह बजे के करीब हम काम को रोक देते हैं, फिर नीचे आते हैं हम।”
“खुशी मिलती है हमें, पहले यहां पर यात्रा आती थी तो ऐसा रास्ता देखने को नहीं मिलता था। एक आदमी जा पाता था सिंगल और अब हमें खुशी मिलती है कि हम यात्रा के लिए इतना कुछ कर रहे हैं। बढ़िया काम चल रहा है।”
अमरनाथ यात्रा सबसे मशहूर सालाना तीर्थयात्राओं में से एक है। हिमालय में लगभग 12,756 फीट की ऊंचाई पर मौजूद पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं, यह पवित्र गुफा भगवान शिव को समर्पित है और इसमें प्राकृतिक रूप से बर्फ का शिवलिंग बनता है।