Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के दमोह में ‘फर्जी हृदय रोग विशेषज्ञ’ नरेंद्र यादव उर्फ नरेंद्र जॉन कैम की पुलिस रिमांड कोर्ट ने चार दिन के लिए बढ़ा दी है। सरकारी वकील संजय रावत ने बताया, “पुलिस ने नरेंद्र यादव उर्फ नरेंद्र जॉन कैम को अदालत में पेश किया। पुलिस ने आरोपी की पांच दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी। अदालत ने चार दिन की पुलिस रिमांड मंजूर की है। पुलिस का कहना है कि अभी और जांच की जरूरत है।”
इस बीच, पुलिस ने आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की भी अनुमति मांगी है। पुलिस अधीक्षक (SP) श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि 2013 में नोएडा में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद नरेंद्र यादव ने अपना नाम बदल लिया था। मध्य प्रदेश के दमोह में एक मिशनरी अस्पताल में सात मरीजों की मौत की जांच शुरू होने के बाद उसे सोमवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से कथित जालसाजी और दूसरे अपराधों के लिए हिरासत में लिया गया।
अधिकारी ने बताया कि प्रयागराज में उसके फ्लैट की तलाशी के दौरान कई फर्जी दस्तावेज, एक प्रिंटर और विभिन्न संस्थानों की मुहरें जब्त की गईं। इससे पहले छह अप्रैल को दमोह के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी एम. के. जैन की शिकायत पर पुलिस ने नरेंद्र यादव के खिलाफ फर्जी मेडिकल डिग्री रखने के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी। मिशनरी अस्पताल में नरेंद्र यादव उर्फ कैम द्वारा कथित तौर पर इलाज किए गए सात मरीजों की मौत की शिकायत मिलने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की टीम ने भी जांच की थी।