बाजार में जल्द आने वाला है ये रंगीन आलू, बढ़ाएगा इम्युनिटी, जानिए और क्या है खासियत

[ad_1]

ग्वालियर. कोरोना से निपटने के लिए अब आलू भी तैयार है. आलू की एक ऐसी किस्म बाजार में आने वाली है जो आपको कोरोना सहित तमाम बीमारियों से बचाएगी. ये आलू (New Number of Potato) की रंगीन प्रजाति है और इसे ग्वालियर स्थित आलू अनुसंधान केंद्र ने विकसित किया है. जल्द ही ये आम किसानों तक पहुंच जाएगी.

ग्वालियर के आलू (Potato) अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिकों की मेहनत रंग लायी. उन्होंने काफी रिसर्च के बाद रंगीन आलू की प्रजाति विकसित की है. इसकी खासियत ये है कि इसमें जिंक, आयरन और कैटरीन की भरपूर मात्रा होती है. वैज्ञानिकों का दावा है कि ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कोरोना जैसी बीमारी से बचाएगा.बच्चों और महिलाओं को एनीमिया से भी बचाएगा.

हर मर्ज़ की एक दवा
हर सब्जी की शान और जान आलू अब अपनी नयी किस्म के साथ हाजिर है. अभी तक आलू को मोटापे का दोस्त और बीमारियों की जड़ कहा माना जाता था. लेकिन आलू की ये नयी किस्म अब सेहत की रक्षा करेगा. लेकिन ये आम नहीं खास आलू होगा. ग्वालियर के वैज्ञानिकों ने रंगीन आलू की प्रजाति तैयार की है. इस खास किस्म के आलू में जिंक, कैटरीन और आयरन की मात्रा भरपूर होगी. इसमे जिंक होने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएगा. महिलाओं के लिए ये ज्यादा फायदेमंद रहेगा. महिलाओं की इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के साथ ही ये आयरन की कमी को पूरा करेगा, जिससे गर्भवती महिलाओं को एनीमिया जैसे रोग का खतरा नहीं रहेगा.

ये भी पढ़ें- MP के राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बिजली विभाग के डिफॉल्टर, 84000 रुपये से ज्यादा का बिल बकाया

जल्द किसानों के लिए उपलब्ध होगा
ग्वालियर के केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र में तैयार ये आलू अंदर से रंगीन होंगे. लंबी खोज के बाद ये किस्म तैयार हुई है. इसमें आलू का अंदर का हिस्सा रंगीन होगा. जल्द ही आलू की ये नई प्रजाति किसानों के लिए उपलब्ध होगी.

एनीमिया में कारगर
केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र के प्रभारी प्रो. डॉ. शिव प्रताप सिंह ने बताया कि रंगीन आलू की किस्मों में रोगों से लड़ने की  भरपूर क्षमता रहेगी. जिंक होने से ये इम्यून पावर बढ़ाएगा लिहाज़ा कोरोना जैसी बीमारियों से लड़ने में कारगर रहेगा, वहीं जिंक के साथ ही आयरन होने से बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करेगा. इससे बच्चों और महिलाओं में एनीमिया रोग का खतरा भी नहीं रहेगा. इस खास आलू के सेवन से बच्चों, महिलाओं को इम्युनिटी बढ़ाने या एनीमिया के लिए अलग से दवाएं लेने की जरूरत नहीं होगी.

गेहूं और धान के बाद आलू तीसरा मुख्य भोजन
देश में आलू लगातार भोजन के रूप में बड़ी जगह बनाता जा रहा है. आज गेहूं और धान के बाद आलू ही सबसे ज्यादा खाया जाने वाला भोजन बन गया है. सब्जियों में 30 प्रतिशत आलू ही खाया जाता है. उत्तर भारत में आलू के बिना नाश्ता या सब्जी की कल्पना नहीं की जा सकती है. कृषि  वैज्ञानिकों के शोध में ये बात सामने आई है कि बच्चों में आलू का क्रेज़ इस कदर है कि वो इनकी एक बड़ी पसंद बन गया है. इस वक्त देश में 52 मिलियन टन आलू उत्पादन हो रहा है. चीन के बाद भारत दुनिया में दूसरे नम्बर का आलू उत्पादक देश बन गया है. वैज्ञानिकों का मानना है कि आलू सबसे जल्दी और आसानी से पचने वाला भोजन है. इसलिए आलू के प्रति देश में लोगों का रुझान लगातार बढ़ रहा है. लिहाज़ा इस बढ़ते रुझान के साथ वैज्ञनिक आलू की नई प्रजातियॉं विकसित कर रहे हैं. ताकि आलू पेट भरने के साथ साथ लोगों को सेहतमंद बनाने और बीमारियों को भगाने में भी मददगार हो जाए.

आपके शहर से (ग्वालियर)

मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश

टैग: कोरोना महामारी, ग्वालियर समाचार, मध्य प्रदेश समाचार अपडेट, आलू महंगा

.

[ad_2]

Supply hyperlink

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *