Mumbai: छठ पूजा के आखिरी दिन उगते सूर्य को ‘अर्घ्य’ देने के लिए सोमवार को मुंबई के जुहू बीच पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे।
छठ पूजा बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के सबसे लोकप्रिय और बड़े त्योहारों में से एक है, ये त्योहार सूर्य देव को समर्पित है।
चार दिन चलने वाली छठ पूजा के अंतिम दो दिन श्रद्धालु 36 घंटे का निर्जला उपवास रखते हैं। साथ ही पानी में खड़े होकर, डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देते हैं।
यह त्योहार सोमवार को उगते सूर्य को ‘अर्घ्य’ देने के साथ खत्म हो गया, एक श्रद्धालु ने कहा कि “जो छठ पूजा है पहले पूरे बिहार में मनाया जाता था, बड़े और छोटे हर घर में। अभी देखते-देखते ये पूरा इंडिया मनाने लगा। अभी देखा जाए तो ये पूरी दुनिया में होता है। आम जनता उगते सूर्य को प्रणाम करती है। लेकिन हम बिहावासी डूबते सूर्य को पहले प्रणाम करते हैं और फिर उसके बाद उगते सूर्य को प्रणाम करते हैं। हमारी तरफ से देशवासियों को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं।”
श्रद्धालुओं ने बताया कि “जो छठ पूजा है पहले पूरे बिहार में मनाया जाता था, बड़े और छोटे हर घर में। अभी देखते-देखते ये पूरा इंडिया मनाने लगा। अभी देखा जाए तो ये पूरी दुनिया में होता है। छठ पूजा का महत्व है। आम जनता उगते सूर्य को प्रणाम करती है। लेकिन हम बिहावासी डूबते सूर्य को पहले प्रणाम करते हैं और फिर उसके बाद उगते सूर्य को प्रणाम करते हैं। हमारी तरफ से देशवासियों को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं।”
इसके साथ ही मान्यता है कि “छठ पूजा इसलिए मनाते हैं क्योंकि पहले ये बिहार में मनाया जाता था। अब देखते-देखते यूपी, बिहार, पूरे भारत में मना रहे हैं सभी लोग। हम लोग यहां पर उगते सूरज को भी प्रणाम करते हैं, डूबते सूरज को भी प्रणाम करते हैं। हां, काफी समय से चलता आ रहा है, पर मुबंई में इतना नहीं था। अभी सात-आठ साल से ये मुंबई में हो गया है, पहले तो ये बिहार में मनाता जाता था। पर अभी ज्यादातर ये बिहार से ज्यादा महाराष्ट्र में मनाया जा रहा है।