Jammu: जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में लोग परेशान हैं, वजह है लंबे समय से पड़ रही सूखी सर्दी। इस वजह से ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और घाटियों और मैदानी इलाकों में बारिश नहीं हो रही है।
जानकार बताते हैं कि ये मौसम सामान्य से इतर है, जो चिंताजनक जलवायु परिवर्तन का संकेत है। ऐसा मुख्य रूप से ग्लोबल वार्मिंग के कारण हो रहा है। मौजूदा हालात पर चिंता जताते हुए, जम्मू कश्मीर सरकार ने बदलते मौसम को साझा संकट बताया। सरकार ने पर्यावरण के बढ़ते खतरों से निपटने के लिए मिल कर कदम उठाने की अपील की।
लंबे समय तक सूखी सर्दी से केंद्र शासित प्रदेश के कई हिस्सों में पानी का स्तर गिर गया है। इससे खास कर किसान चिंतित हैं, क्योंकि बारिश की कमी से बीजों का अंकुरना रुक गया है। नए बोए गए गेहूं का विकास धीमा हो गया है। इससे फसल खराब होने की आशंका बढ़ गई है।
वन, पर्यावरण और पारिस्थितिकी मंत्री जावेद अहमद राणा ने बताया कि “यह ग्लोबल चैलेंज है हमारे सामने। ग्लोबल वार्मिंग से हालात जो हैं, वो बिगड़ रहे हैं और इस पर मैं ये कहूंगा कि इसमें कोई डिपार्टमेंट को, गवर्नमेंट को, सरकार जो है वो अकेली काम नहीं कर पाएगी। इसमें हम सब लोगों को मिलकर इसकी तरफ ध्यान देना है और ध्यान देने की जरूरत है। हमें ऐसे उपाय करने चाहिए, ऐसे काम करने चाहिए, जिससे ये एनवायरमेंटल क्वोशेंट है, जो बिगड़ रही है वो थम जाए और यहां एक अच्छा माहौल पैदा किया जाए।”