Jammu: रियासी में छोटी नदी अंजी पर्यटकों को चिलचिलाती गर्मी से दे रहा राहत

Jammu: जून का महीना आते ही चिलचिलाती गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है, जम्मू और आस-पास के इलाकों में पारा 42 डिग्री सेल्सियस पार पहुंच चुका है। तपती और झुलसाती इस गर्मी के बीच लोग ऐसी जगहों की तलाश कर रहे हैं जहां उन्हें ठंडक और राहत का अहसास हो सके। जम्मू कश्मीर के रियासी से थोड़ी ही दूरी पर एक छोटी नदी अंजी का बहता ठंडा पानी गर्मी में लोगों को सुकून दे रहा है।

माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालु वापस अपने घरों को लौटने से पहले चिलचिलाती गर्मी से राहत के लिए अंजी के करीब पहुंच रहे हैं ताकि इसके पानी में नहाकर खुद को तरोताजा कर सकें, लोगों की मानें तो कभी-कभी गर्मी से बचने का सबसे अच्छा तरीका होता है कि बस बहाव के साथ बहते रहो।

पर्यटक विकास सिंह ने बताया कि “हम बाइक पर आ रहे थे, तो बाइक पर तो ऐसी लू चस रही थी। लाइक हमको तो ऐसे गर्म लग रहा था काफी। हम तो ऐसे जल रहे थे। ये देखें अब स्किन भी पूरी टैन हो चुकी है। तो चलते-चलते हमने कहा गर्मी तो काफी है टाइम भी लग जाएगा यहां काम है तो। हमने सोचा चलो नहाकर ही आते हैं। यहां पर काफी बढ़िया जगह-जगह है। रियासी तो फेमस है ब्यूटी के लिए पहली बात है।

तो हमने सोचा गर्मी है तो घूमकर आते हैं। घूम रहे थे तो यहां से देखा लोग नहा रहे हैं। इसके साथ में दौस्त ने बताया कि काफी अच्छी बढ़िया जगह है नहाने वाली। हमने सोचा चलो वैसे भी थोड़ा टाइम पास कर ही रहे हैं, तो नहाकर आते हैं। यहां पर काफी लोग भी हैं रौनक है अच्छा लगता है। तो आए हम यहां नहाए काफी बढ़िया लगा हमें।”

“यहां वैष्णो देवी की हम लोग परिक्रमा लगाने आए थे वैष्णो देवी के दर्शन करने आए थे। वहां दर्शन करने के बाद हम जब होटल में रुके तो हमको लगा यहां आसपास में कुछ स्पोर्ट्स है घूमने के लिए। मैं अपने परिवार के साथ यहां से निकल रहा था तो देखा ये घाट था यहां नदी थी। तो यहां जब उतरे हम लोगों ने खाना खाया तो यहां आने के बाद जो हमारे अंदर इतनी गर्मी थी, जितनी थकान थी इस पानी में नहाने के बाद, बाहर का टेंपरेचर देखा, इसका टेंपरेचर देखा तो यहां आकर पूरी बॉडी रिलेक्स हुई है।

काफी साफ पानी है, काफी अच्छी जगह है, सुंदरता है, लोग बहुत अच्छे हैं और जिस तरीके से गर्मी पड़ रही है। यहां पर आने के बाद पूरा परिवार हमारा यहां पर लग रहा था यहां से तुरंत रिटर्न जाएं अब ऐसा लग रहा है हां थोड़ा सा रुक जाएंगे और बहुत ही अच्छी जगह है और यहां के लोग हैं बाकि सारी चीजें बहुत प्यारी हैं।।”

“मैं हर किसी से कह रहा हूं कि अगर आप जुलाई, जून या अगस्त में जम्मू आ रहे हैं, तो कृपया इस नदी पर जाएं… मुझे इस नदी का नाम नहीं पता… यह क्या है? अंजी, अंजी नदी!”

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