Rare Earth Magnets: भारत अभी रेयर अर्थ मैग्नेट के लिए चीन पर निर्भर है, लेकिन सरकार ने अगले 3–4 साल में देश को आत्मनिर्भर बनाने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में कैबिनेट ने रेयर अर्थ मैग्नेट बनाने के लिए 7,280 करोड़ रुपये की सहायता (इंसेंटिव) मंजूर की है। इसके तहत देश में पांच यूनिट लगाई जाएंगी, जिनसे हर साल लगभग 6,000 टन उत्पादन होगा। ये मैग्नेट इलेक्ट्रॉनिक्स, सुरक्षा, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक वाहन और मेडिकल उपकरणों में बहुत जरूरी होते हैं।
इस समय भारत ज्यादातर मैग्नेट चीन से खरीदता है। चीन से सप्लाई रोकने के बाद सरकार ने इस सेक्टर में खुद उत्पादन बढ़ाने का निर्णय लिया है। हर यूनिट की क्षमता 1,200 टन होगी और कुल निवेश 21,000 करोड़ तक पहुंच सकता है। रेयर अर्थ समुद्र की रेत और पहाड़ों में पाया जाता है, और दुनिया के आधे से ज्यादा भंडार चीन के पास हैं। कैबिनेट ने गुजरात और महाराष्ट्र में 2,781 करोड़ की दो रेल परियोजनाओं को भी मंजूरी दी है, जिससे कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा।