Manipur Violence: भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने मणिपुर में जारी हिंसा को भारत का ‘आंतरिक मामला’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि इंसानों की पीड़ा देखकर दिल दुखता है। गार्सेटी ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने की घटना पर एक सवाल के जवाब में ये बात कही।
उन्होंने कहा, “मैंने वीडियो नहीं देखा है। मैं पहली बार इसके बारे में सुन रहा हूं। लेकिन जैसा मैंने पहले कहा था, जब भी मानवीय पीड़ा होती है, तो हमारा दिल दुखता है।”
गार्सेटी ने कहा, “हमारा दिल भारत के लोगों के साथ है। जैसा कि मैंने कहा है कि ये एक भारतीय मामला और आंतरिक मामला है, लेकिन निश्चित रूप से हम हमेशा इस तरह के दर्द और पीड़ा के साथ सहानुभूति रखने वाले लोगों के रूप में साथ हैं।”
Manipur Violence:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि इस घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून अपनी ‘पूरी शक्ति और दृढ़ता’ के साथ काम करेगा।
मणिपुर के कांगपोकपी जिले के एक गांव में हुई इस घटना का 26 सेकंड का वीडियो सामने आने के बाद देश भर में गुस्सा देखने को मिला। ये घटना राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के एक दिन बाद यानी चार मई को हुई थी। हालांकि ये भयानक तस्वीरें बुधवार को सामने आई और मणिपुर में इंटरनेट प्रतिबंध हटाए जाने के बाद वायरल हो गईं।
Manipur Violence: राज्य में तीन मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 160 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और कई घायल हुए हैं। मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ का आयोजन किया गया था जिसके बाद हिंसा भड़की।