इटली में अल्पाइन ग्लेशियर का एक बड़ा हिस्सा टूटने से 6 लोगों की मौत हो गई। जबकि 8 लोग घायल हो गए। इटली के सरकारी टेलीविजन चैनल के मुताबिक 18 लोग बर्फ और चट्टानों के मलबे में फंसे हैं। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है।
वेनेटो क्षेत्र में स्थित एसयूईएम डिस्पैच सर्विस ने बताया कि 18 लोग बर्फ और चट्टानों के मलबे के बीच फंसे हैं। जिन्हें अल्पाइन रेसक्यू कोर के कर्मी निकालने में जुटे हैं। फंसे लोगों को निकालने के लिए पांच हेलिकॉप्टर और खोजी डॉग्स की मदद ली जा रही है।
वहीं अल्पाइन बचाव सेवा के प्रवक्ता वाल्टर मिलान बताया कि यह घटना पुंटा रोक्का के पास मरमोलाडा पर्वत पर हुई। पूर्वी डोलोमाइट्स में मरमोलाडा सबसे ऊंची चोटी है जिसकी ऊंचाई लगभग 11,000 फुट है। उन्होंने कहा कि यह पता नहीं चल पाया है कि ग्लेशियर का बड़ा हिस्सा किन कारणों से टूटा। लेकिन पिछले माह से इटली में भीषण गर्मी पड़ रही है। माना जा रहा है कि इसी कारण से ग्लेशियर टूटा है। मौसमविद् ग्लोबल वार्मिंग को भी इसकी वजह मानते हैं।
ग्लेशियर को पिघलने से बचाने के लिए बिछाया तिरपाल
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से दुनिया भर के ग्लेशियर पिघल रहे हैं। इसे रोकने के लिए इटली के वैज्ञानिक एल्पाइन पहाड़ों पर मौजूद एक ग्लेशियर को बचाने के लिए उस पर सूरज की रोशनी रिफ्लेक्ट करने वाला तिरपाल बिछा दिया। इस काम को पूरा करने के लिए इटली की सरकार ने कैरोसेलो टोनाले कंपनी को जिम्म्दारी सौंपी थी।