India Pakistan War: 16 दिसंबर, 1971 को कई हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने ढाका में आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे बांग्लादेश को मुक्ति मिली।
उसके बाद के सालों में बांग्लादेश, जो पहले पाकिस्तान का हिस्सा था और जिसे पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था। उसने आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक रूप से तेजी से प्रगति की है।
आज देश फिर खुद को दोराहे पर खड़ा पाता है। भारत और बांग्लादेश में आज विजय दिवस समारोह मनाया जा रहा है। जहां भारत और बांग्लादेश दोनों ही इस मौके पर अपने-अपने स्तर पर जश्न मना रहे हैं, वहीं सम्मिलित तौर पर इस बार रिश्तों में उतनी गर्माहट देखने को नहीं मिली।
बीते पांच दशकों में इस दिन पर हुए समारोह की बात करें तो शेख हसीना के शासन में जहां दोनों देश हर वर्ष साझा तौर पर पाकिस्तान पर विजयी के प्रतीक रहे इस दिन के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करते रहे इस साल शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में राजनैतिक विभाजन गहरा गया है।