जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन पर आज सुबह ही हमला हुआ था। ये घटना उस वक्त हुई जब वह नारा शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। हमलावर ने पीछे से उन पर दो गोलियां मारी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। जापानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोली लगने के बाद शिंजो को इलाज के दौरान दिल का दौरा भी पड़ा था।

जापानी नेवी का ऑफिसर है आरोपी
बता दें कि जापान में रविवार को उच्च सदन के चुनाव होने हैं। शिंजो इसके लिए कैंपेनिंग कर रहे थे। सड़क पर एक छोटी सी सभा थी, जिसमें 100 से ज्यादा लोग शामिल थे। जब आबे भाषण देने आए तो पीछे से एक हमलावर ने गोली चलाई। आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया था। जापानी मीडिया के मुताबिक, शिंजो आबे पर हमले के आरोपी ने अपराध कबूल लिया है। उसने कहा है कि वह आबे की हत्या करना चाहता था। क्योंकि वह उनसे असंतुष्ट था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आरोपी 41 साल का है और उसका नाम यामागामी तेत्सुया है। वह जापान की नेवी का ऑफिसर है।

मोदी के खास दोस्त हैं आबे, पद्म विभूषण से नवाजा गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिंजो आबे के अच्छे संबंध रहे। उनकी गुजरात और बनारस यात्रा काफी चर्चित रही। 25 जनवरी 2021 को भारत ने आबे को पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। पीएम मोदी ने आबे के निधन पर ट्वीट कर दुख जताया। पीएम ने कहा कि आबे भारत-जापान संबंधों को एक विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के स्तर तक ले जाने में बहुत बड़ा योगदान दिया। आज पूरा भारत जापान के साथ शोक मनाता है और हम इस कठिन क्षण में अपने जापानी भाइयों और बहनों के साथ एकजुटता से खड़े हैं। शिंजो आबे के निधन पर पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी ने भी दुख व्यक्त किया है।

भारत में कल राष्ट्रीय शोक
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन पर कल भारत में राष्ट्रीय शोक रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि शिंजो आबे के प्रति हमारे दिल में गहरा सम्मान है, इसलिए कल भारत में एक दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा।

प्रभावशाली परिवार से है ताल्लुक
शिंजो आबे का जन्म 21 सितंबर 1954 को टोक्यो में हुआ था। आबे देश के प्रभावशाली परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनका परिवार मूल रूप से यामागुची प्रांत का रहने वाला है। यहीं उनके दादा कॉन आबे और पिता शिंटारो आबे का जन्म हुआ था। उनके परदादा विस्काउंट योशिमा इंपीरियल जापानी सेना के जनरल रह चुके थे। आबे की मां योको किशी जापान के पूर्व प्रधानमंत्री नोबुसेकु किशी की बेटी हैं। नोबुसेकु 1957 से 1960 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे।

राजनीति के लिए छोड़ी थी नौकरी
शिंजो आबे ने 1982 में नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा था। राजनेता बनने से पहले उन्होंने सरकार से जुड़े कई पदों पर अपनी जिम्मेदारियां निभाई। साल 1993 में आबे के पिता का निधन हो गया था और फिर आबे ने चुनाव लड़ा। चुनाव में उन्हें जीत मिली और वो यामागुशी से सांसद चुने गए।

शिंजो जापान के सबसे लंबे समय तक PM रहे
शिंजो आबे दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेताओं में शुमार थे। 67 साल के शिंजो लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) से जुड़े हैं। 2006-07 के दौरान प्रधानमंत्री रहे। इसके बाद 2012 से 2020 तक 8 साल तक प्रधानमंत्री रहे। उनके नाम सबसे लंबे समय 9 साल तक PM पद पर रहने का रिकॉर्ड है। इससे पहले यह रिकॉर्ड उनके चाचा इसाकु सैतो के नाम था। इस बीच वह बीमार हो गए। बीमारी बढ़ने के चलते उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि इस बीच वह लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष बने रहे।

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