नाट्य शास्त्र के नौ रसों का अवतार है फिल्म ‘अवतार: द वे ऑफ वॉटर’, इस दिन होगी सिनेमाघरों में रिलीज

नमिता बिष्ट

हॉलीवुड की मच अवेटेड फिल्म ‘अवतार: द वे ऑफ वॉटर’ के डायरेक्टर जेम्स कैमरून कोरोना संक्रमित हो गए हैं। कोरोना संक्रमित होने की वजह से वह लॉस एंजिल्स में फिल्म के प्रीमियर में शामिल नहीं हो सकेंगे। बता दें कि डिज्नी के एक प्रवक्ता ने जेम्स की हेल्थ अपडेट दिया है। उन्होंने कहा कि जेम्स कोरोना संक्रमित हैं, लेकिन वह ठीक हैं। उन्होंने रूटीन बेसिस पर कोविड का टेस्ट करवाया था। दुर्भाग्य से उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उन्होंने ये भी बताया कि जेम्स कैमरून इस प्रीमियर में वर्चुअल तौर पर शामिल होंगे। बता दें कि जेम्स कैमरून की फिल्मों को लेकर दर्शकों के बीच अलग तरह का क्रेज रहता है। यही वजह है कि हॉलीवुड के साथ ही भारत के दर्शक भी उनकी फिल्मों का इंतजार करते हैं।

16 दिसंबर को रिलीज होगी फिल्म
भारतीय दर्शक लम्बे समय से ‘अवतार: द वे ऑफ वाटर’ की राह ताक रहे थे। जो आखिरकार 13 साल के इंतजार के बाद 16 दिसंबर को रिलीज हो रही है। ये फिल्म अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं में सिनेमाघर में रिलीज होगी। इस फिल्म में जो सलदाना, सैम वर्थिंगटन, सिगोर्नी वीवर, स्टीफन लैंग, क्लिफ कर्टिस, जोएल डेविड मूरे, सीसीएच पाउंडर, एडी फाल्को, जेमाइन क्लेमेंट और केट विंसलेट हैं। बता दें कि फिल्म का पहला पार्ट 13 साल पहले साल 2009 में आया था।

फिल्म में रिश्तों की कहानी का नया अवतार
फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ सिर्फ एक कहानी नहीं है। इसमें बहुत ही क्षेपक कथाएं भी हैं। दरअसल कहानी उसी पैंडोरा की है जहां धरती के इंसानों को पहले एक बेशकीमती खनिज की तलाश थी, लेकिन अब कहानी 10 साल आगे आ चुकी है। धरती इंसानों के रहने लायक नहीं बची है और तलाश है एक ऐसे ग्रह की जहां इंसानों की बस्तियां बसाई जा सकें। पूरी तरह से नावी बन चुके जेक सली और उसकी नावी प्रेमिका नेतिरी का परिवार बढ़ रहा है। दो बेटे हैं। एक बेटी है। और, एक गोद ली हुई बेटी भी। साथ में एक इंसानी किशोर भी है जिसे इंसानों से ज्यादा नावी समुदाय के बीच रहना भाता है। कर्नल माइल्स भले पिछली फिल्म में मर गया हो लेकिन उसकी यादों और उसके डीएनए से उसका अवतार बनाया जा चुका है। उसकी टुकड़ी भी नए अवतार में हैं। इनका मकसद है जेक सली को तलाशना और उसे खत्म करना।

विकास के सिद्धांतों का नया अवतार
भारतीय संस्कृति में शुरू से पढाया जाता है कि खुद से पहले परिवार, परिवार से पहले समुदाय और समुदाय से पहले देश होना ही चाहिए। जेक सली यही करता है। अपने अहं को त्याग कर वह परिवार बचाने की कोशिश करता है। समुदाय संकट में आता है तो वह अपने परिवार की खुशियां कुर्बान कर देता है। जंगलों से निकलकर वह एक ऐसे द्वीप पर आता है जहां के लोगों का पूरी जीवन पानी पर निर्भर है। सली परिवार इस नए वातावरण के लिए खुद को अनुकूलित करने का पूरा प्रयास करता है।

फिल्म में नाट्य शास्त्र के नौ रसों का समुचित मिश्रण
परत दर परत खुलती इस कहानी में श्रृंगार रस नए कबीले के मुखिया की बेटी लेकर आती है। स्पाइडर के सहारे इसमें हास्य उभरता है। कर्नल माइल्स का स्थायी भाव ही रौद्र है। नेतिरी के शोक और पायकन की कहानी से करुणा उपजती है। सली के दोनों बच्चों में उत्साह का भाव है तो वीर रस भी सामने आता है। वीभत्स और भयानक रस को लाने के लिए जेम्स कैमरून इंसानी फितरत का सबसे घृणित रूप भी सामने लाते हैं। नाट्य रसों के अतिरिक्त विस्तार यानी वात्सल्य और भक्ति रस का भी फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ में समुचित मिश्रण है लेकिन इन सारे स्थायी भावों और रसों पर सबसे भारी है फिल्म में शुरू से लेकर आखिर तक मौजूद रहने वाला स्थायी भाव आश्चर्य। बता दें कि ये अद्भुत रस जगाने के लिए ही कैमरून ने अपने जीवन के पिछले 13 साल इस फिल्म को दे दिए हैं।

‘अवतार’ सीरीज की दूसरी फिल्म में 13 साल की साधना
‘अवतार’ सीरीज की कुल पांच फिल्में हैं। कहानी अभी सिर्फ दूसरी फिल्म तक पहुंची है। कैमरून ये फिल्म साल 2015 में रिलीज करने वाले थे लेकिन इस फिल्म का कैनवस इतना विशालकाय है कि इसे परदे पर पेश करने में उन्हें सात साल और लग गए। बीच में कोरोना ने भी दो तीन साल तक काम की गति धीमे रखी। करीब 2000 करोड़ रुपये की लागत से बनी फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ को देखने के बाद इसे बनाने में लगा समय सही लगने लगता है।

फिल्म तीन घंटे से भी ज्यादा लंबी
तीन घंटे से भी ज्यादा लंबी फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ की कहानी लिखने में में जेम्स कैमरून ने अपने सहयोगियों रिक जफा, अमांडा सिल्वर, जोश फ्रीडमैन और शेन सलेरनो के साथ जो मेहनत की है, उसने इस ‘अवतार’ सीरीज का एक नया अवतार दर्शकों के सामने पेश कर दिया है। पिछली फिल्म में जो कुछ बनावटी सा दिखता रहा है, वह अब प्राकृतिक सा लगने लगा है।

7 मिनट तक पानी के अंदर सांस रोके रखने का रिकॉर्ड
कम लोगों को ही पता हो कि केट विंस्लेट ने फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ की शूटिंग के दौरान एक दृश्य में पूरे सात मिनट तक पानी के भीतर सांस रोके रखी हैं। सिनेमा के इतिहास में किसी दृश्य को पानी के भीतर फिल्माने का ये सबसे लंबा रिकॉर्ड है।

जेम्स की मौत के बाद फ्रैंगलेन को संगीत की जिम्मेदारी
फिल्म ‘अवतार’ के संगीतकार जेम्स होमर की साल 2015 में एक हवाई दुर्घटना में हुई मौत के बाद जेम्स ने उनके अनुयायी साइमन फ्रैंगलेन को फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ का संगीत रचने की जिम्मेदारी सौंपी। फ्रैंगलेन ने अपना पूरा संगीत पानी की लहरों और इसकी गहराई में मिलने वाली शांति के साथ साथ इसके रौद्र रूप को भी ध्यान में रखते हुए रचा है और दर्शकों को फिल्म की गति के साथ एकसार करने में ये संगीत बड़ी भूमिका निभाता है।

अवतार’ की पहली फिल्म ने की थी रिकॉर्डतोड़ कमाई
बता दें कि जेम्स कैमरून की ‘अवतार’ सीरीज की पहली फिल्म ने दुनिया भर में रिकॉर्डतोड़ कमाई करने का जो मुकाम हासिल किया था, उसमें सिर्फ 25 फीसदी कमाई अमेरिकी दर्शकों की देन है। फिल्म की कमाई का बड़ा हिस्सा दूसरे देशों से आया है।

‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ विश्व सिनेमा का नया अध्याय
निर्देशक जेम्स कैमरून की नई फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ विश्व सिनेमा का एक नया अध्याय, एक नया मोड़ और एक ऐसा नया उदाहरण भी है, जिसमें सिनेमा का भविष्य छिपा हुआ है। फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ देखना एक अनुभूति है, खासतौर पर अगर आप इसे आईमैक्स सिनेमाघर में देख रहे हैं। फिल्म इतनी अद्भुत, अलौकिक, अकल्पनीय और अविश्वसनीय है कि बाकी किसी चीज पर दर्शक का ध्यान ही नहीं जाता। तो इस फिल्म को आप अपने पूरे परिवार के साथ देखिएगा जरूर।

 

 

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