Gufi Paintal : महाभारत में शकुनि का किरदार निभाने वाले गूफी पेंटल ने 78 साल की उम्र में सोमवार सुबह निधन हो गया। इस बात की जानकारी उनके भतीजे हितेन पेंटल ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर दी है। पेंटल पिछले कई दिनों से मुंबई अंधेरी स्थित अस्पताल में भर्ती थे। आज उनका अंतिम संस्कार किया गया।
इस दुखद खबर के आने के बाद टीवी कलाकारों से लेकर बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक का माहौल है। सोशल मीडिया के जरिए सभी श्रद्धाजंलि दे रहे हैं। बता दें कि गुफी पेंटल का असली सरबजीत सिंह पेंटल था। उनका जन्म 4 अक्तूबर, 1944 को पंजाब के तरणतारण में हुआ था। वह बॉलीवुड के मशहूर एक्टर पेंटल के बड़े भाई हैं।
Gufi Paintal :
महाभारत ने दिलाई घर-घर में पहचान
4 अक्टूबर 1944 को गूफी ने 1975 में रफू चक्कर से बॉलीवुड डेब्यू किया था। उन्होंने सत्ते पे सत्ता, परिचय और अन्य फिल्मों में काम किया था। 80 के दशक में वे कई फिल्मों और टीवी शोज में नजर आए। हालांकि, गूफी को असल पहचान 1988 में बीआर चोपड़ा(BRChopra) के सुपरहिट शो महाभारत (Mahabharat से मिली थी। शो में उन्होंने शकुनि मामा (Shakuni Mama) का किरदार निभाया था। गूफी आखिरी बार स्टार भारत के शो ‘जय कन्हैया लाल की’ में नजर आए थे। एक्टिंग से पहले आर्मी में थे पेंटल, बॉर्डर पर रामलीला करते थे

एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले गुफी पेंटल आर्मी में थे। एक इंटरव्यू के दौरान पेंटल ने बताया था कि 1962 में भारत-चीन के बीच जब युद्ध चल रहा था, तब वो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। युद्ध के दौरान भी कॉलेज में आर्मी की भर्तियां चल रही थीं। गूफी हमेशा से आर्मी में जाना चाहते थे। उन्हें पहली पोस्टिंग चीन बॉर्डर पर आर्मी आर्टिलरी में हुई थी।
Gufi Paintal : पेंटल ने बताया था- बॉर्डर पर मनोंरजन के लिए टीवी और रेडियो नहीं होता था इसलिए हम बॉर्डर पर (सेना के जवान) रामलीला करते थे। रामलीला में मैं सीता का रोल करता था और रावण बना शख्स स्कूटर पर आकर मेरा अपहरण करता था। मुझे एक्टिंग का शौक तो था ही, इससे कुछ ट्रेनिंग भी मिल गई। एक्टिंग में रुचि बढ़ने लगी तो गुफी अपने छोटे भाई कंवरजीत पेंटल के कहने पर 1969 में मुंबई आ गए थे। यहां उन्होंने मॉडलिंग और एक्टिंग सीखी और कई फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया। इस दौरान बीआर चोपड़ा की महाभारत में कास्टिंग डायरेक्टर के तौर पर काम करने का मौका मिला।