Bollywood: आज की पीढ़ी को फिल्म ‘ऐ वतन मेरे वतन’ से मिलेगी प्ररेणा- सारा अली खान

Bollywood: गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म महोत्सव 2023 के मौके पर सारा ने कहा कि “यह बहुत जरूरी है कि ऐसी कहानियां दिखाई जाएं, लोगों को ये देखना का मौका मिला। मुझे सच में लगता कि ये भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित है। आज की जो पीढ़ी है उम्मीद है वो इसमें से प्ररेणा ढूंढ पाएंगे।”

बताया जा रहा है कि ‘ऐ वतन मेरे वतन’ क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी उषा मेहता के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान रेडियो के जरिए देश भर में खबरों को प्रसारित करने में अहम भूमिका निभाई थी, धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म ‘ऐ वतन मेरे वतन’ को करण जौहर और अपूर्व मेहता ने बनाया है।

सारा अली खान ने कहा कि “सच्चाई ये है कि असली ताकत बाइसेप्स की ताकत के रूप में नहीं आती है। ये दृढ़ता और प्रतिकूल परिस्थितियों के सामने कभी न रुकने की क्षमता और अपनी आवाज ऊंची रखने और अपना सिर गर्व से ऊंचा रखने की क्षमता के रूप में आती है और अगर आपकी आवाज में वास्तव में कोई वजह है तो उसका तेज होना जरूरी नहीं है। बस अपना सिर ऊंचा रखना ही काफी होना चाहिए और हम भारतीय हैं। हमें इसे हमेशा याद रखना चाहिए और इतने सारे लोगों के बलिदान को हल्के में नहीं लेना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि “मुझे पता नहीं की ये पहली बार है या नहीं। लेकिन मुझे ये जरूर लग रहा है कि ये बहुत जरूरी है कि ऐसी कहानियां दिखाई जाएं, लोगों को ये देखना का मौका मिला। मुझे सच में लगता कि ये है भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित। पर ये ऐसी कहानी है जो टाइमलेस कहानी है। आज की जो पीढ़ी है उम्मीद है वो इसमें से प्ररेणा ढूंढ पाएंगे। हमें 1947 में आजादी मिल गई थी, उसके बाद भी महिला, भारतीय, बच्चे, एक अभिनेता, हर कोई संघर्ष करता रहता है। कैसी अपनी आवाज को बुलंद रखे, कैसे उस संघर्ष में अपने आप को मजबूत रखे और अपने अंदर ही वो प्रेरणा ढूंढे।”

सारा अली खान ने बताया कि “मैं एक अभिनेत्री हूं, मुझे लगता है कि यह बहुत अहम है कि समय अलग-अलग प्रतिभाओं को अपनाए। ये बहुत महत्वपूर्ण है कि मैं अलग-अलग तरह का काम करूं। मैं इतिहास की छात्रा हूं। उन भावनाओं को फिर से याद करें जिनका लोगों ने उस समय सामना किया था। वहां इतना दृढ़ संकल्प और इतना प्यार था। मुझे ये मौका इस फिल्म को देखकर मिला है।”

उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी उनकी आने वाली फिल्म ‘ऐ वतन मेरे वतन’ से प्रेरणा ले सकेगी। उन्होंने कहा कि इस फिल्म ने उन्हें स्वतंत्रता संग्राम के वक्त को फिर से जीने का मौका दिया है।

सारा अली खान ने कहा कि “सच्चाई ये है कि असली ताकत बाइसेप्स की ताकत के रूप में नहीं आती है। ये दृढ़ता और प्रतिकूल परिस्थितियों के सामने कभी न रुकने की क्षमता और अपनी आवाज ऊंची रखने और अपना सिर गर्व से ऊंचा रखने की क्षमता के रूप में आती है और अगर आपकी आवाज में वास्तव में कोई वजह है तो उसका तेज होना जरूरी नहीं है। बस अपना सिर ऊंचा रखना ही काफी होना चाहिए और हम भारतीय हैं। हमें इसे हमेशा याद रखना चाहिए और इतने सारे लोगों के बलिदान को हल्के में नहीं लेना चाहिए।”

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