Pahalgam Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए क्रूर हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। दिल्ली के मजनूं का टीला में रहने वाले पाकिस्तान से आए हिंदू भी इस हमले से काफी दुखी हैं। वे आतंकवादियों और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी सजा और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह कायरतापूर्ण हमला भारत की सामूहिक आत्मा पर एक क्रूर हमले से कम नहीं है और इसे किसी भी कीमत पर भुलाया नहीं जाना चाहिए। ये लोग पाकिस्तान पर तो अपना गुस्सा निकाल ही रहे हैं, इसके अलावा ये उन लोगों से भी खफा हैं जो भारत में रहकर आतंकियों को शह दे रहे हैं।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा निलंबित कर दिया है। सीएए के तहत भारतीय नागरिकता पाने वाले सुखनंद बागड़ी ने बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए वीजा बंद नहीं करने की अपील की है। विदेश मंत्रालय ने एक अल्टीमेटम जारी करते हुए घोषणा की है कि 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वैध वीजा रद्द कर दिए जाएंगे हालांकि मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। केंद्र सरकार ने साफ किया है कि इस फैसले का पाकिस्तान के हिंदू नागरिकों को पहले से जारी दीर्घकालिक वीजा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
मजनू का टीला इलाके में रहने वाले पाकिस्तान से आए हिंदूपहलाज बागड़ी ने कहा, “हम लोग तो हिन्दुस्तानियों को एक ही बात कहना चाहते हैं कि ये सिससिला अब से नहीं चल रहा है, ये 1200 सालों से चल रहा है। ये जात-पात का, नीचे करना और उन लोगों का दुख पहुंचाना ये 1200 सालों से चल रहा है। अब न्याय का समय आ गया है। हम भारत सरकार को ये कहना चाहते हैं कि ये जो अन्याय हुआ है उस पर न्याय की बहुत से कड़ी सजा उसको दी जाए।”
मूल रूप से सिंध के निवासी पाकिस्तानी हिंदू सुखनंद बागड़ी प्रधान ने कहा, “सरकार से अपील करना चाहता हूं। हाथ जोड़कर मेरी विनती है जो भी पाकिस्तान में हैं या दूसरे देशों में हिंदू लोग जो आ रहे हैं, उनका वीजा रेडी की जाए और उनको बंद नहीं करो। जो आतंकवादी टेररिस्ट आते हैं वो वीजा लेकर नहीं आते हैं, वो छुप कर आते हैं। घुसपैठियां हैं। हमारे वीजा बंद करो मत हमारे बच्चे, बहन, भाई सारे पाकिस्तान में रुके हुए हैं। जहां बांग्लादेश में रुके हैं उनको सबको आने दो और यहां से जो हिंदू जाएगा जो जा रहा है उनको जाने दो। नहीं तो मर जाएंगे, मिट जाएंगे भारत छोड़कर हिंदू कहीं नहीं जाएगा।”