New Delhi: दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा के कड़ी इंतेजाम किए हैं, लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान आस पास के इलाके में तीन हजार से ज्यादा ट्रैफिक पुलिस कर्मियों और 10 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है, साथ ही 700 एआई आधारित चेहरा पहचानने वाले कैमरे भी लगाए गए हैं।
आईजीआई हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, मॉल और बाजारों समेत कई जगहों पर अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं, पुलिस के मुताबिक लाल किले पर कई लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। एआई आधारित कैमरे लाल किले के आस-पास लगाए जाएंगे, लाल किले पर कार्यक्रम में आने वाले लोगों की पहचान के लिए स्मार्टफो एप्लिकेशन का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री और बाकी वीवीआईपी मेहमानों की सुरक्षा के लिए स्नाइपर्स, स्पेशल स्वाट कमांडो, पतंग पकड़ने वालों और शार्पशूटरों को अलग-अलग जगहों पर तैनात किया जाएगा। हाल ही में अमेरिक के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद से इस स्वतंत्रता दिवस पर स्नाइपर्स की भूमिका बेहद खास हो गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लाल किले पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाल ही में हुई बैठक में ट्रंप पर हुए हमले की चर्चा हुई और दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने पर जोर दिया था। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को आईएसआईएस के पुणे मॉड्यूल के सदस्य वांटेड आतंकी को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने गिरफ्तार आतंकी रिजवान अब्दुल हाजी अली पर तीन लाख रुपये का इनाम रखा था।
पुलिस के मुताबिक अली दिल्ली-एनसीआर में कुछ वीआईपी लोगों पर हमला करने की फिराक में था। दिल्ली में होटल, गेस्ट हाउस, पार्किंग और रेस्तरां की जांच की जा रही है। साथ ही किरायेदारों और नौकरों का वेरिफिकेशन भी किया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर दो से 16 अगस्त तक राष्ट्रीय राजधानी में पैराग्लाइडर, हैंग-ग्लाइडर और हॉट एयर बैलूनों को उड़ाने पर भी रोक लगा दी गई है। डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि “आज हमारे जिले में पांच बजे से ही इंतेजाम हमने किए हैं और इसके लिए तैयारियां तो पहले से ही हो जाती हैं, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सारा हमने किराएदारों का वेरिफिकेशन, होटल, गैस्ट हाउस सबकी चेकिंग करना, इसके अलावा आज सभी सीमा चौकियों और अंतर जिला चौकियां हैं उनको भी चाक-चौबंध किया है। उसके अलावा पूरे जिले में पुलिस के द्वारा गश्त भी की जा रही है। हां, बोट से भी गश्त की जाती है।”