New delhi: उत्तरी दिल्ली में परिवहन कंपनी के कार्यालय से साढ़े तीन करोड़ रुपये की लूट के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, पुलिस ने बताया था कि पिछले हफ्ते किशनगंज इलाके में हुई डकैती के सिलसिले में 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, छह लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस टीम ने लूटी गई रकम में से 1.15 करोड़ रुपये बरामद कर लिए हैं और दूसरे आरोपितों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार आरोपितों में से प्रमोद तोमर, शानू अली और फैजल दिल्ली के रहने वाले हैं जबकि अंकुश तोमर, कैलाश चौहान और उपेंद्र कुमार मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं।
कैलाश चौहान और उपेंद्र कुमार परिवहन कंपनी के कर्मचारी थे। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में सामने आया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित पहले यहां के एक होटल में और फिर दिल्ली के नंद नगरी इलाके के फ्लैट में रुके, जहां उन्होंने लूट के पैसे आपस में बांट लिए। उन्होंने बताया कि पुलिस जल्द ही बाकी आरोपितों को गिरफ्तार कर लेगी और लूटी गई रकम भी बरामद कर ली जाएगी।
डीसीपी (उत्तर) एम.के. मीना “जो ट्रक वाला ड्राइवर था वो पांच-छह साल से काम कर रहा था वो दो-तीन महीना पहले उसने छोड़कर चला गया था। जो ड्राइवर दूसरा था वो अभी थोड़े दिन पहले ही लगा था। इसमें हमें जो इनिशियल हमें रिर्पोट किया था और जो एफआईआर में बयान दिया गया था वो 30 लाख का था, लेकिन जब कंपनी मालकि ने रिकॉन्सिलिएशन किया और हमने गिरफ्तार कर के आरोपी से बात की तो जो अमाउंट था इसका पता लगा। जिसके आधार पर खोजें की जा रही हैं।”
इसके साथ ही बताया कि “जो ड्राइवर थे वो थे कैलाश चौहान और उपेंद्र कुमार। ये दो जो ड्राइवर थे जिनको पकड़ा गया है। कैलाश चौहान और उपेंद्र कुमार ये दोनों मध्य प्रदेश के मुरैना जिला के रहने वाले हैं। इनको मध्य प्रदेश के खजुराहो के आस-पास से पकड़ा गया था। ये प्रमोद तोमर से उन्होंने संपर्क किया। प्रमोद के चीटिंग और फ्रॉड के दो केस है उसके ऊपर। उन्होंने तज़ीम से संपर्क किया, जिस पर ऑलरेडी मर्डर का मुकदमा था। वो मर्डरपैरोल पर आ रहा था, वो भी वहीं रहता था। तज़ीम ने फिर इनको एक और ग्रुप से मिलवाया था। उनमें से कुछ लोग पकड़ लिए गए हैं और बाकी लोग को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”