New Delhi: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में देर रात थोड़ी देर के लिए दहशत फैल गई, अधिकारियों ने बताया कि लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। जिसके बाद लोगों में गैस लीक होने को लेकर चिंता बढ़ गई।
लोगों ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी। लेकिन अधिकारी कोई संदिग्ध गैस मिलने की पुष्टि नहीं कर सके। सूचना मिलने के बाद पुलिस भी प्रभावित इलाकों में पहुंची। गैस लीक होने की बात पर देर रात दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया कि यमुना खादर इलाके में मॉक ड्रिल की वजह से ये स्थिति पैदा हुई।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ड्रिल के दौरान आंसू गैस के गोले छोड़े गए, जिससे अनजाने में धुआं निकल गया। इसकी वजह से लोगों को परेशानी हुई। गैस लीक जैसी कोई घटना नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस 13 फरवरी को होने वाले किसान आंदोलन की तैयारी कर रही है।
दिल्ली फायर सर्विस के अधिकारियों के मुताबिक, शाम साढ़े छह बजे गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के पास से गैस लीक की शिकायत मिली थी। दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और संदिग्ध गैस का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं चल सका।
दरअसल किसान संगठनों ने फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी समेत कई मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो’ मार्च की घोषणा की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि “यहां पर 6.30 बजे के आस-पास पुलिस की गाड़ियां आई थी चार-पांच। उन्होंने यहां पर फायरिंग की थी, मिसाइल वगैहरा दागी थी, आंसू गैस का ट्रायल किया था। अब पता नहीं क्या किया था। उससे पटाखों जैसी आवाज आ रही थी, पर यहां पर उससे आधे घंटे बाद ही सबकी आंखों में आंसू आने लगे, आंखों में जलन और सांस नहीं ली जी रही ढंग से।”
इसके साथ ही कहा कि “बहुत ज्यादा आंखों में जलन और सभी लोग रुके हुए थे। सभी कह रहे थे कि आपकी आंखों में भी जलन हो ही है, मैंने कहा बहुत ज्यादा हो रही है। मैं तो ये समझ रहा था कि कोई पेंट हो रहा है। नाले पर से निकला तो लगा आंखों में मिर्ची सी लगी बहुत ज्यादा।”