New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर अपना जवाब भेजा है। उन्होंने समन को गैर-कानूनी और राजनीति से प्रेरित बताया है. ईडी ने केजरीवाल को आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वे बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए चले गए।
सूत्रों ने मुख्यमंत्री के जवाब का हवाला देते हुए कहा कि ‘‘केजरीवाल ने समन को राजनीति से प्रेरित और गैर कानूनी बताया है। अपने जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपना जीवन पारदर्शिता और ईमानदारी से गुजारा है और उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि वो किसी भी कानूनी समन को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।’’
केजरीवाल को मंगलवार को विपश्यना सत्र के लिए रवाना होना था लेकिन विपक्षी गुट ‘इंडिया’ की बैठक में व्यस्त होने की वजह से वो ऐसा नहीं कर सके। अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल ध्यान सत्र के लिए बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे निकले।
आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को समन के समय पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी के वकील नोटिस का अध्ययन कर रहे हैं और ‘‘कानूनी रूप से उचित’’ कदम उठाए जाएंगे। पार्टी ने कहा कि केजरीवाल का विपश्यना सत्र पहले से निर्धारित था और ये जानकारी सार्वजनिक थी।
इसके साथ ही आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा था कि ‘‘हर कोई जानता है कि मुख्यमंत्री 19 दिसंबर को विपश्यना के लिए जा रहे हैं। वो नियमित रूप से इस ध्यान सत्र के लिए जाते हैं, ये पहले से निर्धारित कार्यक्रम है।’’ ईडी ने इससे पहले केजरीवाल को दो नवंबर को समन भेजा था लेकिन नोटिस को गैर कानूनी और राजनीति से प्रेरित बताते हुए वो पूछताछ में शामिल नहीं हुए थे।