New Delhi: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि आने वाले दिनों में देश में सीजीएचएस वेलनेस सेंटरों की संख्या मौजूदा 80 से बढ़ाकर 100 की जाएगी।
मनसुख मंडाविया ने कहा, “पहले, निजी अस्पताल सरकार से देरी से भुगतान सहित अलग-अलग कारणों से सीजीएचएस लाभार्थियों को अंतिम प्राथमिकता देते थे। अब उनके लंबित भुगतान से संबंधित मुद्दों के समय पर समाधान के कारण सीजीएचएस लाभार्थियों को सर्वोच्च प्राथमिकता मिल रही है।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने दिल्ली में राष्ट्रीय टीबी और श्वसन रोग संस्थान में केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) कल्याण केंद्रों और एक रोबोटिक सर्जरी इकाई का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि “मोदी गवर्नमेंट ने पिछले एक दशक में बहुत सराहनीय प्रयास किया है। 2014 से पहले सीजीएचएस के वेलनेस सेंटर देश में केवल 40 सिटी में था। उसका एरिया बढ़ा के आज वो 80 सिटी में किया गया है और आने वाले दिनों में 100 सिटी में किया जाएगा। मैन ऐसे दिन देखें हैं जब प्राइवेट हॉस्पिटल में यहां से आपको रेफर करते हैं जब प्राइवेट अस्पताल में जाते हैं तो प्राइवेट अस्पताल में सीजीएचएस लाभार्थियों की प्रायोरिटी लास्ट बन जाती है। वो प्रायोरिटी में सीजीएचएस लाभार्थियों को टीट्रमेंट नहीं देते थे। क्यों उसकी कई समस्याएं थी।
उन्होंने कहा कि पैकेज का रेट कम था, पेमेंट मिल नहीं रहा था, सीजीएचएस लाभार्थियों ने कोई मेडिसिन ली हो टीट्रमेंट हो तो टाइम पर होता नहीं था। दोस्तों उसके पीछे पिछले छह महीनों में मिशन मोड में काम किया गया है, मैं दावे के साथ कहता हूं कि क्या प्राइवेट अस्पताल में जाएंगे आपकी प्रायोरिटी वहां बननी है क्योंकि पैकेज बढ़ाया गया है पैकेज का रेट बढ़ाया गया है उसको टाइम पर पेमेंट होने लगा है। डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग किया है। नेशनल हेल्थ ऑथॉरिटी प्लेटफॉर्म का उपयोग करके जैसे आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के साथ व्यवस्था बनाई है।”