Farmer Protest: दिल्ली से लगा सिंघु बॉर्डर गाड़ियों के आने-जाने के लिए शनिवार को बंद रहा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एंटी राइट टीम यानी दंगा निरोधक टीम को सीमा पर तैनात किया गया। पिछले पांच दिनों से किसान आंदोलन 2.0 जारी है। एमएसपी पर कानूनी गांरटी समेत कई मांगों को लेकर किसान पंजाब-हरियाणा की सीमाओं पर डटे हुए हैं। एक तरफ जहां प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली कूच के लिए तैयार हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासन उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए मुस्तैद है।
दिल्ली पुलिस ने अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ मिलकर मॉक ड्रिल की, प्रदर्शनकारी किसानों और केंद्रीय मंत्रियों के बीच तीन दौर की बातचीत के बाद सहमति नहीं बन पाई है। अगले दौर की बातचीत रविवार यानी 18 फरवरी को होनी है। ऐसे में किसानों ने विरोध प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है।
वहीं पांच घंटे से ज्यादा वक्त तक किसानों के साथ चली तीसरे दौर की बैठक को केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने सकारात्मक बताया।
एमएसपी पर कानूनी गारंटी के अलावा किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि कर्ज माफी, पुलिस मामलों को वापस लेने और लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए “न्याय”, भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 की बहाली और 2020-21 में किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।