Delhi: संयुक्त किसान मोर्चा और भारी संख्या में किसान आज दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘किसान मजदूर महापंचायत’ आयोजित कर रहे हैं, ‘किसान मजदूर महापंचायत’ में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने के लिए एक प्रस्ताव पारित होने की उम्मीद है।
कार्यक्रम में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान समूहों के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है, पुलिस ने जो शर्तें रखी हैं, उसमें किसानों को 5,000 से ज्यादा संख्या में रामलीला मैदान में नहीं जुटना है। ट्रैक्टर नहीं लाने, रामलीला मैदान में कोई मार्च नहीं करने की भी शर्त रखी गई है।
दिल्ली यातायात पुलिस ने आईएसबीटी, रेलवे स्टेशन या हवाईअड्डे की ओर जाने वाले लोगों को हुए सावधानी से अपनी यात्रा की प्लान बनाने की सलाह दी, दिल्ली के तीन बॉर्डर सिंघू, टिकरी और गाज़ीपुर में दिल्ली मार्च करने की मांग कर रहे किसानों के चल रहे विरोध को रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है, पिछले एक महीने से सैकड़ों किसान अभी भी पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर बैठे हुए हैं।
अखिल भारतीय किसान सभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का कहना है कि “एसकेएम संयुक्त किसान मोर्चे के जो घटक है, लीडर हैं वो सब इसमें सम्मलित होंगे। एसकेएम जो है तमाम जो भी एसकेएम के साथ जो है सभी बराबर के लीडर हैं। ये अभी 10 बजे से शुरू कर देंगे और 10 बजे से लेकर इसको हम तीन बजे तक समाप्त करेंगे।”
इसके साथ ही कहा कि “जो हमारा आंदोलन हुआ था उसमें केंद्र सरकार द्वारा किसानों से वादे हुए थे उसमें हमारा एमएसपी गारंटी कानून थी, किसान के ट्रैक्टरों को एनजीटी से बाहर रखने का था, बिजली बिल संशोधन का था और किसानों पर मुकदमें हुए थे वो वापसी का था, मगर काफी समय बितने के बाद भी एक भी वादा पूरा नहीं हुआ तो उसी के लिए हम लोग सरकार को याद दिलाने आए हैं कि जो वादे हैं वो पूरे किए जाए और किसानों की फसलों के वाजिब दाम दिेए जाए।”