Umar Ansari: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई, जेल में मुख्तार अंसारी की तबियत बिगड़ने के बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी ने अस्पताल जाकर पिता का शव देखा।
उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में उनके पिता मुख्तार अंसारी को खान में जहर दिया जा रहा था। उमर अंसारी ने कहा कि “माननीय न्यायाल के समक्ष विधायक जी ने लिखकर दिया 19 तारीख को उनको खाने में जहर दिया गया। तबीयत बिगड़ी, आईसीयू में लाए गए। मात्र 12 घंटे के बाद इतना दबाव बड़ा कि डॉक्टर स्वतंत्र रूप से इलाज भी न कर पाए। आईसीयू से आपने कभी नहीं सुना होगा कि इंसान वार्ड में जाता है या आईसीयू के बाद जो यूनिट होता है उसमें जाता है। यहां आईसीयू के बाद सीधा बैरक जेल।”
उमर अंसारी ने कहा कि उनके पिता ने कई बार कोर्ट को बताया कि उन्हें जहर दिया जा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “देखिए मैंने चेहरा देखा है सिर्फ। जो हम लोगों को पापा ने खुद बताया है कि उनको ‘स्लो पॉइजन’ दिया जा रहा था, जिसको वो कई बार से माननीय न्यायालय में, बल्कि अब तो सारे देश में सोशल मीडिया के सामने से सब ये बात जान चुके हैं। खुद हमारे पापा इस बात तो कहते रहे कि हमें जहर दिया जा रहा है। लेकिन कहां सुनवाई है, क्या सुनवाई है।”
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी का कहना है कि न्यायाल के समक्ष विधायक ने लिखकर दिया 19 तारीख को उनको खाने में जहर दिया गया। तबीयत बिगड़ी, आईसीयू में लाए गए। मात्र 12 घंटे के बाद इतना दबाव बड़ा कि डॉक्टर स्वतंत्र रूप से इलाज भी न कर पाए। आईसीयू से आपने कभी नहीं सुना होगा कि इंसान वार्ड में जाता है या आईसीयू के बाद जो यूनिट होता है उसमें जाता है। यहां आईसीयू के बाद सीधा बैरक जेल।”
“देखिए मैंने चेहरा देखा है सिर्फ। जो हम लोगों को पापा ने खुद बताया है कि उनको ‘स्लो पॉइजन’ दिया जा रहा था, जिसको वो कई बार से माननीय न्यायालय में, बल्कि अब तो सारे देश में सोशल मीडिया के सामने से सब ये बात जान चुके हैं। खुद हमारे पापा इस बात तो कहते रहे कि हमें जहर दिया जा रहा है। लेकिन कहां सुनवाई है, क्या सुनवाई है।”