भोजपुरी: लालू जी के निकल लगे कथार के दम तेजस्वी के भावे फोकचा-चैट

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पटना में तेजस्वी यादव के चटक खाये के मन कइलस तs चाट के ठेला ही बोला लेले घरे. मय परिवार चाट खइलस. राजनीत में हरमेसा दांव पेंच के बात होखे ला लेकिन आज खान-पान-सम्मान के बात होई. हर नेता के अलग-अलग पसंद बा. लालू जी के कटहर के दम निक लागत रहे. तेजस्वी के फोकचा-चाट . नरेनदर मोदी जी के मीठा में ‘मलइयो’ तs नमकीन में खिचड़ी-ढोकला. राहुल गांधी के समोसा, डोसा.” चमचम लाल भोजन भट्ट रहन. खाये-पीये के गप बड़ा चाव से बिताआवत रहन. ऊनकर बात सुन के लड्डू गोपाल कहले, चलs इहे बात पs हमनियो के खुरमा खा लिहल जाव.

“मोदी जी के मलइयो तs बाजपेयी जी के लकठो”

आरा के गोपाली चउक पर खुरमा के एगो बड़ा मशहूर दोकान रहे. चमचम लाल अउर लड्डू गोपाल ऊहां पहुंचले. आधा किलो खुरमा के औडर भइल. चमचम लाल कहले, जइसा खुरमा आऱा के सबसे नामी मिठाई हs वइसहीं ‘मलइयो’ बनारस के बहुत खास मिठाई हs. ‘मलइयो’ के खासियत ई बात में बा कि ऊ खाली जाड़ा में ही बने ला. अइसे तs मलइयो बहुत पहिले से बनारस के शान रहे लेकिन जब परधानमंतरी जी खुला मंच से एकर नाम लेले तs पूरा भारत जान गइल. ओह दिन तs बनारस में मलइयो खाये के होड़ लाग गइल. अइसहीं जब बाजपेयी जी (1999) परधानमंतरी रहन तs लातेहार (ओह घरी बिहार में रहे) आइल रहन. जब उनका के लकठो मिठाई खाये के दिहल गइल तs ओकर सोन्ह सोवाद उहां बहुत पसंद आइल. दिल्ली जाए लगले तs बड़का खदोना में लकठो बन्हवा के ले गइले. बाजपेयी जी देसी पकवान अउर मिठाई के बहुत शौखीन रहन. ऊ कैबिनेट मीटिंग के बाद नास्ता में जिलेबी परोसे के औडर देले रहन. कांगरेस के पीएम इन वेटिंग राहुल गांधी अइसे तs फिटनेस के बहुत धेयान राखे ले. कसरत से सिक्स पैक एब्स भी बनवले बाड़े. लेकिन समोसा अउर डोसा के बहुत शौखीन हवें. मध्य प्रदेश में एक बेर चुनाव प्रचार (2018) खातिर जात रहन. रोड के किनारा एगो ढाबा में समोसा बनत देख के खाये खातिर उतर गइले. चुनाव परचार के समय समोसा-चाय उनकर पसंदीदा नास्ता बन जाला. एक बेर ऊ पटना आइल रहन. दिन भर के भाग-दउड़ के बाद जब भूख लागत तs डोसा खाये खातिर एगो होटल में पहुंच गइले.

तेजस्वी के फोकचा-चाट

लड्डू गोपाल तेजस्वी यादव के बात निकाल देले. ऊ कहले, तेजस्वी यादव जब दिल्ली में बियाह कइला के बाद पटना अइले तs एक दिन उनका चाट खाये के मन कइलस. राबड़ी जी के घरे छोटकी दुलहिन आइल रही. बिचार भइल कि चाट के ठेला घर ही बोला लिहल जाव. पूर्व सीएम राबड़ी देवी के बंगला के भिरिये एगो चाट के ठेला लागत रहे. भीआइपी एरिया में रहे से ठेला वला चाट बहुत चटपटा बनावत रहे. मंतरी बिधायक लोग चाट खाये खातिर उहां जात रहन. ऊ किसिम किसिम के मसाला-चटनी डाल के चाट बनावत रहे. तेजस्वी यादव मय परिवार के साथे चाट खइले. अइसे उनका फोकचा भी बहुत निमन लागे ला. 2019 में लोकसभा चुनाव प्रचार के बाद एक दिन ऊ फोकचा खाये पटना चिड़ियाखाना के गेट पs पहुंच गइले. जनवरी 2020 में तेजस्वी सीएए के खिलाफ सभा करे कटिहार गइल रहन. सभा के बाद ऊ रोड के किनारा खड़ा खूब चाव से फोकचा खइले. जहां तक लालू जी के बात तs ऊहां के पसंद तेजस्वी से अलग बा.

लालू जी के निकले कथार के दम

लड्डू गोपाल कहले, लालू जी जब मांसाहारी रहन तs मीट-मछरी बहुत चाव से खात-खियावत रहन. उनकर बनावल मछरी-मीट बड़का-बड़का खानसामा के फेल कर देत रहे. लेकिन जब ऊ शाकाहारा हो गइले तब उनकर पसंद बदल गइल. कटहर के दम उनकर मनपसंद सब्जी बन गइल. ऊ कटहर के दम अतना बेजोड़ बनावत रहन कि मुरगा फेल हो जात रहे. ई बात सुन के चमचम लाल एगो कहाउत कहले, लटकंत में कटहर, गड़ंत में ओल अउर उड़ंत में बगेरी के सवाद के कवनो जोड़ा नइखे. 2017 में लालू जी रांची के होटवार जेल में बंद रहन. जेल के सादा खाना उनका बेलकुल निमन ना लगत रहे. तब मन लायक खाना खाये खातिर जेल परसासन के दरखास देले. जब मंजूरी मिल गइल तब एक दिन ऊ अपने जेल के मेस में पहुंच गइले. मेस के रसोइया के हटा के अपने चूल्हा सम्हार लेले. खूब बिधि-बिधान से कटहर के दम बनवले. अपने भी खइले अउर कैदी लोग के भी खिअवले. जे, जे ऊ कटहर के दम खइलस ऊ बाह ! बाह ! करे लागल. अइसन निमन कटहर दम आज ले बनले ना रहे. लालू जी के ई खूबी जान के सभ केहू के बहुत अचंबा में पड़ गइल.

तेजप्रताप के लिट्टी चोखा

चमचम लाल खांटी बिहारी भोजन के बखान करे लगले. कहले, लालू जी के बड़का लइका तेजपरताप के पसंदीदा भोजन लिट्टी-चोखा हs. ऊ अपने भी बड़ा बढ़िया लिट्टी बनावले. 2020 में जब कोरोना के चलते लौक डाउन लागल रहे तब मेहनत-मजूरी करे वला लोग के बहुत दिक्कत हो गइल रहे. ओह घरी तेजपरताप ‘लालू की रसोई’ अभियान शुरू कइले रहन. रसोई में रोज सैकड़ों लोग के भोजन बनत रहे अउर बंटात रहे. तेजपरताप अपना हाथ से लिट्टी चोखा बना के बांटे खातिर भेजत रहन. एक बेर तेजपरताप लिट्टी चोखा खात आपन फोटो ट्वीटर पs पोस्ट कर के लिखले रहन, भारत के मिट्टी अउर बिहार के लिट्टी बेजोड़ है. अइसे लिट्टी चोखा बिहार के फेबरेट भोजन हs. कुछ दिन पहिले जब बिहार विधानसभा के सत्र चलत रहे तब स्पीकर महोदय सदन में जानकारी देले रहन कि अब बिधायक कैंटिन में लिट्टी चोखा भी मिल रहल बा. रउआ लोग ई बिहारी व्यंजन का लुत्फ उठा सकत बानी. मलइयो, चाट से निकल बात लिट्टी-चोखा पs आके खतम हो गइल. खुरमा निबट गइल तब दूनो संघतिया उहां से चल देले.

(अशोक कुमार शर्मा वरिष्ठ पत्रकार हैं, आलेख में लिखे विचार उनके निजी हैं.)

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