Haldwani: हल्द्वानी पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गौलापार हेलीपैड पर कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री सीआरपीएफ परिसर काठगोदाम पहुंचे, जहां अर्धसैनिक बलों के पूर्व सैनिक सम्मेलन में उन्होंने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी है। यहां पांचवें धाम के रूप में सैन्य धाम का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी वीरों को उनका शत-शत नमन है। उन्होंने सम्मेलन में शामिल होकर गर्व महसूस करने की बात भी कही।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे भूमि अतिक्रमण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले और डेमोग्राफिक चेंज के मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री धामी ने सख्त रुख जताया। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को सबक सिखाया जाएगा और प्रदेश में किसी भी कीमत पर डेमोग्राफिक चेंज नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर प्रदेश की डेमोग्राफी बदलने की कोशिश करने वालों की जांच की जा रही है और सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखने के लिए सरकार व्यापक स्तर पर काम कर रही.
हमारी सरकार का स्पष्ट विज़न है कि सैनिकों और उनके परिवारों के सम्मान व कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। अनुग्रह राशि में वृद्धि, शहीद स्मारकों पर सम्मान-द्वारों का निर्माण तथा शहीद परिवारों के एक सदस्य को सरकारी सेवा में समायोजित करने की व्यवस्था इसी संकल्प के प्रमुख आयाम हैं।
सैनिक कभी भूतपूर्व नहीं कहलाते, क्योंकि उनका पराक्रम, अनुशासन और समर्पण उन्हें सदैव अभूतपूर्व बनाता है। हमारे वीर सैनिक देश की रक्षा ही नहीं करते, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए साहस और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल गढ़ते हैं।