Gujarat: गुजरात के तीर्थ स्थल और शक्तिपीठ अंबाजी के संगमरमर को केंद्र से भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग मिला है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को ये जानकारी दी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री ने बनासकांठा जिले में अंबाजी मार्बल्स क्वारी एवं फैक्टरी एसोसिएशन के नाम से एक टैग पंजीकृत किया है।
जीआई टैग, किसी उत्पाद को दिया जाने वाला एक ऐसा दर्जा है, जिसकी अपनी विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति की वजह से अद्वितीय गुणवत्ता या विशेषता होती है। बनासकांठा के जिलाधिकारी मिहिर पटेल ने बताया, “भारत सरकार ने अंबाजी की पवित्र भूमि से प्राप्त शुद्ध सफेद संगमरमर को प्रतिष्ठित जीआई टैग प्रदान किया है।”
उन्होंने बताया कि आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ अंबाजी शक्तिपीठ ने अब संगमरमर उद्योग के वैश्विक मानचित्र पर एक विशिष्ट जगह अर्जित कर लिया है। पटेल ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बनासकांठा के लोगों और अंबाजी मार्बल्स क्वारी एंड फैक्टरी एसोसिएशन को बधाई दी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अंबाजी संगमरमर को जीआई टैग मिलने की सराहना की।
उन्होंने कहा, “अंबाजी संगमरमर को जीआई टैग मिलना गुजरात के लिए खुशी और गर्व की बात है। अंबाजी संगमरमर अपनी अनूठी चमक व सुंदरता के लिए जाना जाता है और इसका उपयोग विशेष रूप से कई सालों से धार्मिक जगहों के निर्माण में किया जाता रहा है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अंबाजी संगमरमर की मांग बढ़ेगी, जिससे स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा और कारीगरों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने सोशल मीडिया मंच पर लिखा, “बनासकांठा के निवासियों और अंबाजी मार्बल उद्योग से जुड़े सभी लोगों को हार्दिक बधाई।”