8 साल बाद भारत और नेपाल के बीच आज से मैत्री ट्रेन सेवा की शुरुआत हो गई है। भारत-नेपाल मैत्री ट्रेन भारत के जयनगर और नेपाल के जनकपुर के बीच फिर से शुरू हो रही है। आज दोनों देश के पीएम नरेन्द्र मोदी और शेर बहादुर देउबा दिल्ली से ही संयुक्त रूप से इसका वर्चुअल उद्घाटन किया। मुख्य उद्घाटन समारोह जयनगर में होगा। इस ट्रेन सेवा से दोनों देशों के यात्रियों को लाभ होगा। बता दें कि ट्रेन पर नेपाल रेलवे का नियंत्रण होगा। खास बात यह है कि ट्रेन में भारत व नेपाल को छोड़ किसी अन्य देश के नागरिक सफर नहीं कर सकेंगे। ट्रेन अभी जयनगर से कुर्था के बीच चलेगी। बाद में इसे वर्दीवास तक बढ़ाया जाना है। रामनवमी से पहले ट्रेन की शउरूआत मां सीता के जनकपुर धाम जाने वाले भारतीयों के लिए बड़ा तोहफा की तरह है। ट्रेन की शुरू होने की सूचना भर से इस इलाके के लोग काफी खुशी है। गौरतलब हो कि भारत के जयनगर से नेपाल के जनकपुर तक साल 2014 तक नेपाली ट्रेनों का परिचालन हुआ था। भारत सरकार ने वर्ष 2010 में मैत्री योजना के तहत जयनगर से नेपाल के वर्दीवास तक 69.5 किलोमीटर की दूरी में नैरो गेज ट्रैक को मीटर गेज में बदलने व नई रेल लाइन बिछाने के लिए 548 करोड़ रुपये स्वीकृत किए तत्काल जयनगर से कुर्था की 34.5 किलोमीटर रेल सेवा आज से शुरू हो रही है और भविष्य मे इसे के लिए गत बीते जुलाई 2021 में स्पीड ट्रायल किया गया था। अब इस रेलखंड पर परिचालन शुरू होने जा रहा है। सबसे अच्छी बात है कि इस ट्रेन में सफर करने के लिए यात्रियों को अपने साथ पासपोर्ट रखना अनिवार्य नहीं है, फोटोयुक्त वैध पहचान पत्र के साथ ही इस ट्रेन सेवा का आनंद ले सकतें हैं।