Goa: गोवा में इलेक्ट्रिक बसें पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बड़े पैमाने पर बदलाव ला रही हैं…पणजी में इमेजिन पणजी स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट पहल के तहत कदंबा ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड इसमें अहम भूमिका निभा रहा है…और शहरी आवाजाही की दिशा में क्रांति ला रहा है…छोटे स्तर से शुरू हुआ ये प्रयास अब धीरे धीरे गति पकड़ने लगा है..और रोजाना सफर करने वाले ज्यादातर यात्री ई-बसों की ओर रुख कर रहे हैं…
यह बदलाव आंकड़ों से भी स्पष्ट है…क्योंकि मासिक सवारियों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है, जो मार्च 2024 में 49,000 से बढ़कर मार्च 2025 में 1 लाख 20 हजार से अधिक हो गई है…ये इजाफा ई-बसों में सुविधा, आराम और टिकाऊ गतिशीलता के लिए बढ़ती प्राथमिकता को उजागर करती है। स्मार्ट सिटी मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों से प्रेरित है और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इसे आगे बढ़ाया है, जिसका उद्देश्य सभी के लिए आवागमन को अधिक स्वच्छ, स्मार्ट और अधिक सुलभ बनाना है।
ये उत्तम हैं..जो पहले बाइक से रोजाना सफर करते थे..लेकिन अब वो ई-बस से यात्रा करना पसंद करते हैं…उनके लिए ये सिर्फ आरामदायक ही नहीं है बल्कि काफी सुविधाजनक भी है…ई-बसों में एसी , जीपीएस, और सीसीटीवी की सुविधा यात्रा को सुरक्षित और चिंता मुक्त बनाती है…बढ़ती हुई सुविधा और विश्वसनीयता ने उत्तम जैसे तमाम लोगों को ई-बस से सफर करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
19,500 से ज़्यादा स्मार्ट कार्ड पहले ही जारी किए जा चुके हैं, जिससे पूरे शहर में तेज़, कैशलेस यात्रा संभव हो गई है। दरअसल, डिजिटल भुगतान से ही लगभग 33 प्रतिशत किराया आ रहा है…जिसके लिए यात्री यूपीआई और स्मार्ट ट्रांजिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कभी भी और कहीं से भी रिचार्ज किया जा सकता है..
जुलाई 2024 से मार्च 2025 के बीच करीब 17 लाख लोगों ने इलेक्ट्रिक बसों से सफर किया…इस दौरान पणजी में 8 लाख 80 हजार किलोमीटर की दूरी तय की गई…तमाम लोगों के लिए ये सिर्फ आवाजाही का जरिया ही नहीं है..बल्कि जीवनशैली में भी बदलाव है.. इन इलेक्ट्रिक बसों से ना सिर्फ भीड़ कम हुई है बल्कि उत्सर्जन में कमी के साथ साथ ईंधन की खपत कम करने में मदद मिल रही है- जिससे पणजी शहर ना केवल अधिक हरित बन रहा है, बल्कि भविष्य के लिए भी और अधिक तैयार हो रहा है।
जोव कोस्टा, जन संपर्क अधिकारी, आईपीएससीडीएल “हमने पणजी में 48 इलेक्ट्रिक बसें (ई-बसें) तैनात की हैं, जिनमें 12-मीटर, 9-मीटर और 7-मीटर लंबे मॉडल शामिल हैं, ये सभी शहर की सीमा में चल रही हैं।”
यात्रियों का कहना है कि “स्मार्ट सिटी जो है वहां पर ट्रैफिक बहुत है, इसीलिए सभी लोग अपनी पर्सनल गाड़ी से जाने की जगह इलेक्ट्रिक बस से जाने को प्राथमिकता देते हैं। हमें अब बाइक से यात्रा करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये बसें पूरे पंजिम को कवर करती हैं, जिससे बस से यात्रा करना आसान हो जाता है। जो गाड़ी लेकर चार पहिया या दो पहिया लेकर आते हैं, उससे ये बहुत बेहतर है, क्योंकि बहुत आसान भुगतान मेें, डिजिटल पेमेंट और कार्ड से भुगतान की भी सुविधा है।”