Nagpur violence: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 17 मार्च को विदर्भ के सबसे बड़े शहर में हुई हिंसा के बाद पहली बार नागपुर पहुंचे। उस दिन नागपुर के कई हिस्सों में पथराव और आगजनी की खबरें आई थीं, क्योंकि अफवाह थी कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन के दौरान पवित्र शिलालेखों वाली चादर जलाई गई थी।
एक अधिकारी ने बताया कि सीएम रातभर नागपुर में रहेंगे और उनका कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं है। सूत्रों ने बताया कि वे मीडिया से मिल सकते हैं और शहर के दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते हैं। इससे पहले दिन में सीएम ने कहा था कि नागपुर हिंसा के दिन सोशल मीडिया पोस्ट को अधिक प्रभावी ढंग से ट्रैक किया जाना चाहिए था, क्योंकि इससे पुलिस को ये पता लगाने में मदद मिलती कि क्या योजना बनाई जा रही थी।
हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया कि कोई खुफिया विफलता थी। उन्होंने कहा कि पुलिस की प्रतिक्रिया उचित थी और ये नहीं कहा जा सकता कि ये अपर्याप्त थी।