Uttarakhand: उत्तराखंड के रानीखेत में “मिशन नवचेतना” के तहत एक खास पहल की गई। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में जीतने वाले जीआईसी चौमूधार के 11वीं कक्षा के छात्र को रानीखेत तहसील में एक दिन के लिए एसडीएम के रूप में सेवा करने का मौका दिया गया।
ये प्रतियोगिता ताड़ीखेत ब्लॉक के स्कूलों में सभी छात्रों के लिए आयोजित की गई। इसमें सबसे ज्यादा नंबर पाने वाले को एक दिन के लिए एसडीएम के रूप में सेवा करने का अवसर मिला।
अंकित बिष्ट मटिला गांव के रहने वाले हैं। ये कार्यक्रम मिशन नवचेतना के दूसरे संस्करण के हिस्से के रूप में संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने आयोजित किया। इसका मकसद छात्रों को प्रोत्साहित करना है।
जॉइंट मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने कहा कि “यह हमारी तहसील के अंतर्गत मिशन नवचेतना चल रही है। उसी के अंतर्गत इसका दूसरा संस्करण हुआ था, जिसका ब्लॉक स्तरीय एग्जाम पांच तारीख को किया गया था। जिसमें अंकित बिष्ट जो राजकीय विद्यालय चौमूधार के विद्यार्थी हैं कक्षा 11 के, तो उन्होंने सर्वाधिक अंक प्राप्त किए थे। उसकी क्रम में उनको प्रोत्साहित करने हेतु उन्होंने एक दिन का सांकेतिक संयुक्त मजिस्ट्रेट बनाया गया है। इसके अलावा हमारे सीनियर और जूनियर वर्ग में प्रथम दो-दो स्थानों पर जो बच्चे आए थे, उनको शैक्षणिक भ्रमण के लिए हमने जिम कार्बेट नेशनल पार्क में भेजा था। उस क्रम में उनको आज तहसील बुलाकर सम्मानित किया गया। प्रशस्ति पत्र, मेडल तथा गिफ्ट्स दिए गए।”
अंकित बिष्ट, एक दिन के लिए ‘एसडीएम’ बने छात्रों का कहना है कि “मुझे बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि ये बहुत गर्व की बात है। ये सिर्फ एक कुर्सी नहीं है, ये बहुत बड़ा पद है। आगे मेरा आईआईटी-जेईई के लिए एग्जाम देने की इच्छा है।”