Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा शुरू हो गई है, परिक्रमा शुरू करने से पहले लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में डुबकी लगाई, माना जाता है कि पंचकोसी परिक्रमा के बाद होने वाली चौदह कोसी परिक्रमा में इंसानों के साथ सभी देवी-देवता शामिल होते हैं।
परिक्रमा के लिए देश भर से श्रद्धालु अयोध्या आते हैं, पहले के मुकाबले इस साल श्रद्धालुओं को ज्यादा सुविधाएं और सुरक्षा मुहैया कराई गई हैं। अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा हर साल कार्तिक अक्षय नवमी पर होती है, माना जाता है कि अक्षय नवमी पर किए गए काम जरूर पूरे होते हैं। इस दौरान श्रद्धालु पूजा-पाठ, व्रत और दान करते हैं।
हिंदू पुजारी ने बताया कि “यह चौदह कोसी परिक्रमा, ये कार्तिक मास में शुरू हो चुका है। परिक्रमा चल रहा है। राम लला जब से विराजमान हो गए हैं, लाखों की संख्या में भक्त स्नान करते हैं और राम लला का दर्शन कर रहे हैं। कार्तिक का जो चौदह कोसी परिक्रमा है, ये परिक्रमा विराट चल रहा है। संख्या बहुत ज्यादा है पब्लिक की।”
श्रद्धालुओं का कहना है कि “यहां पर व्यवस्था बहुत अच्छा है। कम से कम दो-तीन लाख यात्री आए हैं, रुके हैं, अयोध्या के अंदर। चौदह कोस के अंदर पूरा परिक्रमा कर रहे हैं। गवरमेंट व्यवस्था बहुत अच्छा किया है।
अयोध्या के आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने कहा कि “लाखों की संख्या में लोग आ रहे हैं, जा रहे हैं। स्नान कर रहे हैं। दर्शन कर रहे हैं और परिक्रमा अभी से स्टार्ट भी हो गई है। मुहूर्त के हिसाब से भी आप देख रहे होंगे लगातार लोग निकल भी रहे हैं। तो सारी व्यवस्थाएं देखी जा रही हैं और आने और जाने वालों का जो क्रम है, उसको व्यवस्थित कराया जा रहा है।”
इसके साथ ही डिविजनल कमिश्वर गौरव दयाल ने कहा कि “युद्ध स्तर पे परिक्रमा मार्ग को बेहतर बनाने का प्रयास किया है और देखेंगे कि कहीं भी कोई अड़चन न हो। इस प्रकार की व्यवस्था बनाई गई है सब जगह पे। जहां भी थोड़ी-बहुत दिक्कत थी सड़क पे बालू डाली गई है और जो पब्लिक एम्निटीज थीं, सबको तैयार किया गया है, ताकि लास्ट टाइम में किसी को कोई, पाइप यूज करना हो, ड्रिंकिंग वाटर की आवश्यता हो तो वो सब हम लोग समय से करा सकें। सारी व्यवस्थाएं की गई हैं। पुलिस बहुत बड़ी संख्या में तैनात है और लगातार निगरानी रख रहे हैं।”