Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दिवाली के लिए टेराकोटा मिट्टी के दीये और सजावटी सामान बनाने वाले शिल्पकारों का कहना है कि जैसे जैसे त्योहार करीब आ रहा है, उनका माल ज्यादा बिकने लगा है।
उनका यह भी कहना है कि इस साल उन्हें ऑर्डर आस-पास के अलावा देश के दूसरे हिस्सों से भी मिल रहे हैं, मिट्टी के दीये बनाने वाले लोगों का दावा है कि उनकी क्वालिटी बहुत अच्छी है, इसकी वजह से उनके सामान की ज्यादा डिमांड है।
दिवाली के मौके पर घरों को सजाने और मिट्टी के दीयों को जलाने की परंपरा है। कारीगर मोहन लाल प्रजापति का कहना है कि “दीपावली का सीजन चल रहा है। इसमें काम जोरों पर चल रहा है। आप देख रहे हैं कि पेटिंग का चल रहा है, मतलब लास्ट यह सब चल रहा है।
मिट्टी हम लोग यह चिकनी मिट्टी होती है और ये बिल्डिंग के पीछे तालाब है तो यहां से लेते हैं तो इसके हम सुरक्षित कर लिए हैं और दूसरे से थोड़ा मिल जाता है अभी तो खरीद लेते हैं और थोड़ा मिल जाता है और इसी से हमारा काम चलता है, मतलब इस मिट्टी की कोई खास पहचान तो है ही चिकनी मिट्टी हर जगह नहीं मिलती है, ये औरंगाबाद में है थोड़ा बहुत बुराड़ी तालाब है वहां मिलता है।”