Myanmar: भारत ने म्यांमार को सेना के एक विमान से 32 टन राहत सामग्री भेजी, यह राहत सामग्री तूफ़ान से प्रभावित दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों की मदद के लिए दो दिन पहले शुरू किए गए अभियान ‘सद्भाव’ के तहत भेजी गई है। इस साल एशिया के सबसे शक्तिशाली तूफान कहे जाने वाले यागी तूफान की वजह से म्यांमार, लाओस और वियतनाम के कई हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं।
भारत वियतनाम और लाओस को पहले ही राहत सामग्री भेज चुका है, भारत ने भारतीय नौसेना के जहाज़ आईएनएस सतपुड़ा के जरिए म्यांमार को सूखा राशन, कपड़े और दवाइयों सहित 10 टन सहायता भेजी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर कहा कि ऑपरेशन सद्भाव जारी है, भारत ने म्यांमार को सहायता की दूसरी खेप भेजी है।”
उन्होंने बताया, “@IAF_mcc विमान म्यांमार के लोगों के लिए जेनसेट, हाइजीन किट, अस्थायी शेल्टर, वाटर प्यूरिफिकेशन सप्लाई और दवाओं समेत 32 टन राहत सामग्री ले जा रहा है।” जायसवाल ने कहा कि “भारतीय नौसेना म्यांमार के लिए एक्सट्रा 10 टन राशन ला रही है।”
दक्षिण चीन सागर में पैदा होने वाले इस तूफान की वजह से एक हफ्ते पहले भूस्खलन हुआ था, जिसकी वजह से वियतनाम में 170 से ज्यादा और म्यांमार में लगभग 40 लोगों की मौत हो गई थी। ऑपरेशन ‘सद्भाव’ आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संघ) रीजन के अंदर मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) में योगदान देने की भारत की कोशिशों का हिस्सा है।
इसके अलावा, भारत ने हाल ही में पड़े सूखे से निपटने में नामीबिया की मदद के लिए 1000 मीट्रिक टन चावल भेजा, जायसवाल ने कहा कि “आज 1000 मीट्रिक टन चावल की एक खेप न्हावा शेवा बंदरगाह से नामीबिया के लिए रवाना हुई है।”