Prayagraj: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है, प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि यमुना नदी का जलस्तर अभी खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा है, लेकिन बाढ़ की आशंका की वजह से सिंचाई विभाग अलर्ट मोड पर है।
हालात को देखते हुए सिंचाई विभाग का फ्लड डिपार्टमेंट हर चार घंटे में गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर माप रहा है। उत्तराखंड में लगातार बारिश की वजह से कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जिससे हरिद्वार बैराज से गंगा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, रामघाट के तीर्थ पुरोहित मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रयागराज में इस समय बाढ़ का प्रकोप दिखाई पड़ रहा है।
चंबल की पहाड़ियों में भारी बारिश से यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ने की आशंका है, उत्तराखंड में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए संगम नगरी प्रयागराज में निगरानी बढ़ा दी गई है। हालांकि गंगा अभी खतरे के निशान से करीब 10 मीटर नीचे बह रही है, जिससे तटीय इलाकों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
जिला प्रशासन ने हालत पर नजर रखने के लिए बाढ़ चौकियां बनाई हैं और राजस्व कर्मियों को तैनात किया है, बाढ़ के दौरान जिन गांवों के संपर्क से कट जाने का खतरा है, वहां राशन और दवाइयां भेजी जा रही हैं, ग्रामीणों को गंगा और यमुना दोनों नदियों में बढ़ते जल स्तर के मद्देनजर जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
स्वामी कुलशेखराचार्य “गंगा मईया का जलस्तर इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि पहाड़ों में अतिवृष्टि होने के कारण गंगा मईया का धीरे-धीरे जल स्तर बढ़ रहा है। प्रायः थोडा़-थोड़ा करके गंगा मईया का जल बढ़ रहा है क्योंकि हमलोग प्रतिदिन आते हैं दर्शन करने, स्नान करने गंगा मईया का और धीरे-धीरे अब यहां के तीर्थ, पुरोहित और पंडा इत्यादि हैं दुकानदार हैं वो धीरे-धीरे अपने सामानों को समेट करके बांध की ओर बढ़ रहे हैं ऊचांई की ओर बढ़ रहें हैं क्योंकि गंगा मईया के जल स्तर में धीरे-धीरे काफी तेज से वृद्धि हो रही है”