Budget: एक फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 का आम बजट पेश करेंगी। इससे पहले कश्मीर के बैट निर्माता टैक्स में छूट देने के लिए सरकार से बड़ी उम्मीदें लगा रहे हैं। यहां के दुकानदारों का मानना है कि क्रिकेट से जुड़ी चीजों पर ज्यादा टैक्स होने से कई बच्चे और युवा इन्हें खरीद नहीं पाते, जिससे वे क्रिकेट से दूर हो जाते हैं।
कश्मीर में 102 साल पुरानी बैट इंडस्ट्री अपने लोकल ब्रांड कश्मीरी विलो पर निर्भर है।लेकिन संसाधनों की कमी के कारण एक लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाला ये उद्योग बंद होने की कगार पर है। यह बजट नई सरकार बनने तक मौजूदा सरकार के खर्चों को पूरा करने के लिए कुछ धनराशि भी देगा।
आम चुनाव खत्म होने और नई सरकार बनने के बाद इस साल जुलाई महीने में पूर्ण बजट पेश किया जाएगा, कश्मीर के क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बैट मैन्युफैक्चरर्स का कहना है कि “जो हमने 12 फीसदी टैक्स का स्लैब रखा है, उसको अगर हम करके पांच फीसदी पर ले आते तो क्रिकेट इक्विपमेंट हमारे खिलाड़ियों को सस्ता पड़ता तो लोग क्रिकेट से हटते नहीं। अगर आप देखेंगे की क्रिकेट की डिमांड में कमी आई है पूरे भारत में जब से जीएसटी आया हुआ है। लोग फुटबॉल और हॉकी की तरफ रुख कर रहे हैं।हमारी उम्मीदें हैं कि ये अगर कम कर दें टैक्स स्लैब को 12 से पांच फीसदी पर ले आते हैं तो क्रिकेट को बढ़ावा मिलता और हम फिट इंडिया में अपना योगदान देते।”
इसके साथ ही कहा कि “तो बजट से हमारा मकसद ये है, हमारी उम्मीदें ये हैं कि इस इंडस्ट्री को अगर एक बूस्ट मिलता सरकार से वो इस एंगल से कि जो अभी टैक्स 12 फीसदी है, तो अगर बजट में कुछ ऐसा किया जाता कि इस इंडस्ट्री को सबसे कम रेट पर, तो इसको वहां ले लेते, तो हमारी जो भी सेल है, जो हमारा मार्केट शेयर है वो हमारा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। तो उससे अर्थव्यवस्था बूस्ट हो होती।”