उत्तराखंड में भी ‘टोमैटो फ्लू’ का प्रकोप! बच्चों को है सबसे ज्यादा खतरा, जानिए लक्षण और बचाव

बदलते वक्त में अब समय के साथ- साथ कई तरह की बीमारियां भी लोगों को अपने शिकंजे में ले रही हैं। अब छोटे बच्चे एचएफएमडी बीमारी से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं और ये यह बीमारी तेजी से फैल रही है। पिछले दो साल से अधिक वक्त से लोग कोरोना की मार झेल रहे हैं तो वहीं अब छोटे बच्चों में एक नई बीमारी देखने को मिल रही है। इस बीमारी में तेज बुखार आना, गले में दर्द, खाना खाने में दिक्कत, मुंह के बाहर-भीतर दाने और छाले होने लगते हैं। इसके साथ-साथ हाथ और पैरों पर फफोलेदार दाने भी आने लग जाते हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इस बीमारी में 6 साल से कम उम्र के बच्चों को अधिक दिक्कत हो रही है। डाक्टरों ने इस बीमारी को हैंड, फुट-माउथ डिजीज नाम दिया है। दून मेडिकल कालेज के सीएमएस डॉक्टर वाई रिजवी ने बताया कि अगर किसी बच्चे को यह लक्षण आएं तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं और स्कूल या ट्यूशन आदि जगह न भेजें। ताकि अन्य बच्चों में यह बीमारी न फैले। इसके साथ ही इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए तरल पदार्थ, फल का सेवन करने और बार-बार हाथ धोएं और मास्क लगाकर रखने की सलाह दी है। हालांकि बड़े लोगों में इसके फैलने की संभावना बहुत कम रहती है।

HFMD के लक्षण

HFMD नाम की यह बीमारी 5 से 6 वर्ष के बच्चों में फैल रही है. जिन बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर है, वे इस संक्रामक रोग की चपेट में आ रहे हैं. इससे संक्रमित बच्चों में बुखार, मुंह में छाले, हाथ-पैर में फफोले, गले में दर्द और खाना खाने में परेशानी जैसे लक्षण पाए जाते हैं.

HFMD से बचाने के टिप्स

यदि कोई बच्चा पहले से संक्रमित है तो उसके संपर्क में दूसरे बच्चे को न आने दे.

संक्रमित बच्चे को मुंह पर रुमाल रखकर छींकना-खाँसना चाहिए.

संक्रमित बच्चे के साथ दूसरे बच्चे को खाना-पीना नहीं चाहिए.

संक्रमित बच्चे के कपड़े अलग गर्म पानी में धोने चाहिए.

बच्चे के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए जरूरी न्यूट्रीशन देने चाहिए.

बच्चे की साफ-सफाई का खास ख्याल रखें

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