ISRO: तीसरी पीढ़ी के मौसम संबंधी उपग्रह को ले जाने वाला एक जियोसिंक्रोनस लॉन्च वाहन शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ। इस मिशन का उद्देश्य मौसम, जलवायु और चक्रवातों पर नजर रखना है। 51.7 मीटर लंबा जीएसएलवी-एफ14 उपग्रह को लेकर लॉन्च हुआ, लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इसका स्वागत किया।
2,274 किलो का इन्सैट-थ्रीडीएस सैटेलाइट थर्ड जेनरेशन के मौसम उपग्रह का फॉलो-ऑन मिशन है। इस सैटेलाइट को जियोस्टेशनरी ऑर्बिट में भेजा जाना है, इस उपग्रह पर आए पूरे खर्च को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने उठाया है। एक जनवरी को पीएसएलवी-सी58/एक्सपोसेट मिशन की कामयाब लॉन्चिंग के बाद 2024 में इसरो का ये दूसरा मिशन है।
इस सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजने का मकसद मेट्रोलॉजिकल ऑब्जर्वेशन को बढ़ावा देने, वेदर फोरकास्टिंग और डिजास्टर वॉर्निंग के लिए जमीन और समुद्री सतहों की मॉनिटरिंग के साथ-साथ सैटेलाइट से जुड़ी रिसर्च और रेस्क्यू सर्विसेज देने के लिए सितंबर 2016 में लॉन्च किए गए इनसैट-थ्रीडी और सितंबर 2016 में लॉन्च इनसैट-थ्रीडीआर की सेवाओं को जारी रखने में मदद देना है।