ISRO: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने इनसैट-थ्रीडीएस मौसम उपग्रह के लॉन्च से पहले तिरुपति में चेंगलम्मा परमेश्वरी अम्मावरी मंदिर में पूजा-अर्चना की। सोमनाथ ने भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए प्रार्थना की और वैदिक अनुष्ठान किया।
अपने 16वें मिशन में जीएसएलवी-एफ 14 की लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से शनिवार शाम पांच बजकर 35 मिनट पर होनी है। इन्सैट-थ्रीडीएस सैटेलाइट थर्ड जेनरेशन के मौसम उपग्रह का फॉलो-ऑन मिशन है, इस सैटेलाइट को जियोस्टेशनरी ऑर्बिट में भेजा जाना है।
एक जनवरी को पीएसएलवी-सी58/एक्सपोसेट मिशन की कामयाब लॉन्चिंग के बाद 2024 में इसरो का ये दूसरा मिशन है, इस सैटेलाइट का भार 2,274 किलोग्राम है। अपना काम शुरू करने के बाद यह सैटेलाइट पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी), राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईओटी), राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र और भारतीय राष्ट्रीय समुद्र सूचना सेवा केंद्र जैसे विभागों को सेवा देगा।
उपग्रह को ले जाने वाले रॉकेट की लंबाई 51.7 मीटर है, इसरो के चेयरमैन का कहना है कि “जीएसएलवी रॉकेट, जीएसएलवी-एफ14 और इनसैट-थ्रीडी का लॉन्च आज शाम पांच बजकर 35 मिनट पर होगा। ये सैटेलाइट हमारे वेदर-क्लाइमेट स्टडी के लिए है, ये एक मेट्रोलॉजिकल सैटेलाइट है।”