Delhi: किसान आंदोलन को लेकर राजधानी में पुलिस का सख्त पहरा

Delhi: किसानों के दिल्ली चलो मार्च की वजह से दिल्ली में लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या हो सकती है, रिपोर्ट्स के मुताबिक सुबह दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर पहले से ही भारी जाम देखा गया, क्योंकि किसान वहां इकट्ठा होने लगे हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा कि वे टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर के साथ-साथ रेलवे, मेट्रो स्टेशनों और बस अड्डों पर कड़ी निगरानी रखेगी।

पुलिस उपायुक्त (आउटर) जिमी चिरम ने कहा कि दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सुरक्षाबल पहले से ही तैनात है। उन्होंने कहा कि किसानों के आह्वान को देखते हुए वे हालात पर नजर रख रहे हैं। पुलिस के मुताबिक दिल्ली में पहले से ही धारा 144 लागू है। पुलिस ने दिल्ली में किसी भी सभा के आयोजन की इजाजत नहीं दी है। आईएसबीटी कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे दो प्रमुख संगठनों- किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनैतिक) ने देशभर के किसानों से दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया था। फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी समेत कई मांगों को लेकर किसान दिल्ली चलो मार्च के लिए डटे हुए हैं, किसानों ने 10 मार्च को देश भर में चार घंटे के ‘रेल रोको’ आंदोलन का भी आह्वान किया है, किसानों का कहना है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती है।

किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली चलो मार्च शुरू किया लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया है। तभी से किसान पंजाब और हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान नेताओं का कहना है कि “केएमएम और एसकेएम की तरफ से जो आंदोलन अभी खनौरी और शंभू पर चल रहा है उसका आज 23वां दिन हो गया है। तो आज जैसे हमने ऐलान किया था कि दूसरे राज्यों से आज किसान दिल्ली की ओर बढ़ेंगे या छह से बढ़ना शुरू करेंगे। जहां तक दूर-दराज के राज्यों का सवाल है तो वे ट्रैक्टर-ट्रॉली तो लेकर नहीं आएंगे तो मुझे नहीं लगता है कि आज कोई पहुंच पाएगा। वो कल, परसों या नौ तक आएंगे, अब साउथ इंडिया के लोग तो अगर रेल से भी आएं तो नौ-10 से पहले तो आ ही नहीं पाएंगे। तो ये सात, आठ, नौ तक सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।”

इसके साथ ही कहा कि “दिल्ली में भी लगी हुई है धारा 144। तो जब आपने बोला कि बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के आ जाएं तो अब देश के अन्य राज्य तो आ रहे हैं। तो आपको बयान देना चाहिए था कि आप आके प्रदर्शन कर लीजिए। आज 23वां दिन है पांच-छह दिन पहले से आपने बॉर्डर बंद कर रखे हैं। 28-29 दिन हो गए उसकी कोई वजह नहीं बता सके। हमने तो अपना निर्णय कर लिया ना कि जब केंद्र हमें रास्ता जाने का देगा तब ही हम आगे बढ़ेंगे तो अब दिल्ली जाने का खतरा भी केंद्र के ऊपर नहीं है। हमारा दिल्ली चलने का निर्णय अभी भी है लेकिन आप रास्ता देंगे तब। अब आपने जो दिल्ली में बैरीकेडिंग कर रखी है, जो दिल्ली के लोगों को आप तंग कर रहे हैं हम दोनों फोरमों से आपको अपील कर रहे हैं कि आप दिल्ली के लोगों को तंग मत करें, वो बैरीकेडिंग हटा दें।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *