कुछ समय पहले मध्यप्रदेश में खंडवा के अजंटी गांव में बारात लेकर पहुंचे दूल्हे को महज इसलिए बिना दुल्हन लौटना पड़ा था कि उसने शेविंग कराने से इनकार कर दिया था। लेकिन अब राजस्थान में भी ऐसा होने जा रहा है। यदि दूल्हा क्लीन शेव नहीं है तो उसकी शादी रोक दी जाएगी। ऐसा फैसला पाली जिले के कुमावत समाज ने लिया है। 19 गांवों के कुमावत समाज ने एक बैठक में सर्वसम्मति से इस पर मुहर लगाई है। इस बैठक में कई और अहम फैसलों के साथ यह भी साफ कहा गया है कि शादी के दौरान दूल्हा क्लीन शेव ही रहेगा।
दूल्हा दाढ़ी नहीं रखेगा, शादी के दौरान क्लीन शेव ही रहना होगा
पाली के मारू कुम्हारों की बगीची में यह बैठक बुधवार को हुई। इसमें 19 गांवों से समाज के लोग शामिल हुए। बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया है कि कुमावत समाज के 19 गांवों में निवास कर रहे समाज बंधु के यहां किसी भी शादी में अब दूल्हा दाढी नहीं रखेगा। बल्कि शादी के दौरान क्लीन शेव ही रहेगा।
परम्पराओं में दूल्हे को राजा के रूप में देखा जाता है, दाढ़ी ठीक नहीं
इस फैसले के पीछे समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि सदियों से शादी के दौरान दूल्हे के क्लीन शेव रहने की परंपरा चलती आ रही है। लेकिन आजकल के युवाओं में शादी के दौरान क्लीन शेव न रहकर दाढी रखने का क्रेज बढ़ता जा रहा है। यह परंपराओं के अनुसार सही नहीं है। उनका कहना है कि विवाह समारोह के दौरान दूल्हे को राजा के रूप में देखकर उसका सम्मान किया जाता है। ऐसे में विवाह की रस्मों के दौरान विभिन्न प्रकार की दाढी रखना उचित नहीं है। बैठक में यह साफ कहा गया कि युवा चाहें तो दाढ़ी रखें, समाज को इसमें कोई एतराज नहीं है। लेकिन शादी में तो दूल्हे को क्लीन शेव ही रहना होगा।