Gujarat: गुजरात के भावनगर में बेकार प्लास्टिक से ईकोब्रिक पार्क तैयार किया गया है, डॉ. तेजस दोषी ने प्लास्टिक की एक लाख 80 हजार बोतलों से भारत का पहला ईकोब्रिक पार्क तैयार किया है। ईकोब्रिक पार्क के लिए उन्होंने 13 जिलों से प्लास्टिक कचरा जमा किया। वे कार्यकर्ताओं को प्लास्टिक की तीन भरी हुई बोतलों के बदले 10 रुपये देते थे, इससे कुछ ही समय में कई टन प्लास्टिक कचरा जमा हो गया।
कम से कम 400 साल में खत्म होने वाला प्लास्टिक समुद्री जीवन के लिए नासूर है। दुनिया भर में हर मिनट प्लास्टिक की 10 लाख बोतलें खरीदी जाती हैं, इस्तेमाल के बाद इनमें से ज्यादातर समुद्र में फेंकी जाती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन से प्रेरित डॉ. दोषी ने भावनगर को प्लास्टिक मुक्त बनाने का फैसला कर लिया। उन्होंने जहरीली प्लास्टिक को खूबसूरत कलाकृतियों में तब्दील किया।
डॉ. तेजस दोषी की इस पहल से ना सिर्फ सफाई हुई बल्कि लोगों को स्वच्छता को अपनाने की प्रेरणा भी मिली। पीएम मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल से प्रेरित होकर डॉ. दोषी जैसे लोग गुजरात को पर्यावरण प्रेम की मिसाल बना रहे हैं।
नगरपालिका अधिकारी फाल्गुन शाह ने कहा कि “भवनगर महानगरपालिका द्वारा पिछले कई सालों से, शहर में स्वच्छता की एक मुहिम चलाई जा रही है, जिसमें लोगों को जोड़कर उनमें स्वच्छता के प्रति अपना एक सुधार आए, उसके लिए बहुत प्रकार के कार्यवाही महानगरपालिका द्वारा की जा रही है।”