Ahmedabad: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में 1,506 किलोमीटर लंबे वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन किया, इस कंट्रोल सेंटर के जरिए एक ही जगह से ट्रेनों पर निगरानी रखने में मदद मिलेगी।
ईडीएफसी का ये महत्वपूर्ण सेक्शन उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के 12 जिलों से गुजरते हुए उत्तर भारत के प्रमुख कृषि और औद्योगिक सेक्टरों में कनेक्टिविटी बढ़ाएगा। अहमदाबाद में 280 करोड़ रुपये की लागत से बने ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) में नया कंट्रोलिंग और मॉनिटरिंग सिस्टम है, जो उत्तर प्रदेश के दादरी से गुजरात के जेएनपीटी तक शुरू होने वाले मार्ग पर सभी मालगाड़ियों की गतिविधियों को ट्रैक कर सकता है।
वर्तमान में, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) दादरी से गुजरात के साणंद तक चालू है। डीएफसी अधिकारियों के मुताबिक, हर दिन लगभग 200 मालगाड़ियां लगभग 60 किलोमीटर की औसत रफ्तार से चलती हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि “डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की कल्पना 2004 में हुई थी। 2004 से 2014 तक इस प्रोजेक्ट का एक किलोमीटर भी पूरा नहीं हुआ था। 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जिम्मेदारी संभाली। जिम्मेदारी मिलते ही सिर्फ 10 साल में प्रधानमंत्री मोदी ने 2500 किलोमीटर का फ्रेट कॉरिडोर तैयार कर दिया। हम इस फ्रेट कॉरिडोर कंट्रोल सेंटर में भविष्य देख सकते हैं। इस कंट्रोल सेंटर से 1500 किलोमीटर लंबे वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को कंट्रोल किया जा सकता है। इस सेंटर से प्रत्येक पॉइंट, पोल, ट्रैक पॉइंट मशीन को कंट्रोल किया जाता है।”