Rajasthan: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सनातन धर्म को लेकर विवाद के बीच राहुल गांधी और विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के नेताओं पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने मोहब्बत की दुकान के बारे में सोचा था, लेकिन इसके बजाय उन्होंने ‘नफरात का मेगा मॉल’ खोल दिया।
कुछ दिन पहले सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू वायरस से करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उन्हें नष्ट किया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने विपक्षी गुट ‘इंडिया’ को घमंडिया बताते हुए कहा कि कुछ नेता हिंदू धर्म के अस्तित्व को मिटाना चाहते हैं, कुछ सनातन धर्म को कुचलना और मिटाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विश्व स्तर पर भारतीय संविधान और लोकतंत्र को बचाने के विचार को बढ़ावा देते हैं लेकिन अपने नेताओं की टिप्पणियों पर चुप रहते हैं। उन्होंने कहा कि ये दिखाता है कि राहुल गांधी ने उन्हें ‘नफरत की दुकान’ खोलने का लाइसेंस दे दिया है।
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अनुराग ठाकुर ने कहा कि डीएमके के एक और नेता ए. राजा ने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों से की थी। उन्होंने कहा कि “कुछ लोग चले थे मोहब्बत की दुकान खोलने, मोहब्बत की दुकान का तो पता नहीं, नफरत का मेगा मॉल खोलकर चल रहे हैं। कोई हिंदुओं का अस्तित्व मिटाना चाहते हैं, सनातन धर्म को कुचलना चाहते हैं, जड़ से खत्म करना चाहते हैं और एक के बाद दूसरा, ये घमंडिया गठबंधन के नेता जो इंडी गठबंधन है, उसके नेता एक नहीं, एक के बाद दूसरा, दूसरे के बाद तीसरा, उन्होंने कहा कि इसको जड़ से ही खत्म करेंगे, सनातन धर्म को, लेकिन मैं कहूंगा कि ये जो राहुल गांधी जी बड़ा-बड़ा प्रचार करते हैं दुनिया भर में जाकर, भारत के संविधान को बचान की, लोकतंत्र को बचाने की, इनके मुंह में दही जम गया है। राहुल गांधी जी मौन अवस्था में है, बोल नहीं पा रहे हैं, ये चुप्पी बहुत कुछ कहती है कि नफरत की दुकान खोलने का लाइसेंस राहुल गांधी जी ने दिया है।”