New York: मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर थे, इस दौरान उन्होंने विलमिंगटन में क्वाड लीडर्स समिट में हिस्सा लिया और लॉन्ग आइलैंड में एक मेगा कम्युनिटी कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के हजारों सदस्यों को संबोधित किया और संयुक्त राष्ट्र के फ्यूचर समिट को संबोधित किया।
उन्होंने तीनों दिन वर्ल्ड लीडरों के साथ द्विपक्षीय चर्चा भी की। यूएस इंडिया स्ट्रेटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) ने सोमवार को एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की हालिया यात्रा के दौरान प्रवासी समुदाय का उत्साह, साझेदारी में दोनों सरकारों की ओर से उम्मीदें और लोगों के बीच दोस्ती की गहराई और बंधन दिखा।”
मेगा ‘मोदी एंड यूएस’ सामुदायिक कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने 13,000 से ज्यादा भारतीय अमेरिकियों से भरे नासाउ वेटरन्स कोलिज़ीयम को संबोधित किया। आयोजकों के अनुसार, उनमें से ज्यादातर न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी इलाके से थे, जबकि भारतीय अमेरिकी 40 राज्यों से आए थे।
यूएसआईएसपीएफ ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन को धन्यवाद दिया, साथ ही इस बात पर जोर देते हुए कि अमेरिका में पांच नवंबर के राष्ट्रपति चुनावों में जो भी उम्मीदवार जीतेगा, वो नई दिल्ली के साथ रणनैतिक संबंधों को और मजबूत करना जारी रखेगा।
इसमें कहा गया कि “राष्ट्रपति (बाइडेन) के तौर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी ये अंतिम मुलाकात होगी, यह साफ है कि जनवरी 2025 में व्हाइट हाउस में जो भी आएगा, वो रणनैतिक पार्टनरशिप को आगे बढ़ाएगा।” भारत केंद्रित टॉप अमेरिकी रणनैतिक ग्रुप ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा ने प्रवासी समुदाय के उत्साह, द्विपक्षीय साझेदारी में दोनों सरकारों की ओर से उम्मीदों और लोगों के बीच दोस्ती की गहराई और बंधन को दर्शाया है।