Rajasthan: गर्मी से तप रहा है बीकानेर, अस्पताल में खास बंदोबस्त

Rajasthan: राजस्थान का बीकानेर तप रहा है, अधिकतम पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। बीकानेर सोमवार को लगातार दूसरे दिन राजस्थान की सबसे गर्म जगहों में एक था। गर्मी की वजह से लोग घरों में ही रहना पसंद कर रहे हैं, लिहाजा सड़कें और गलियां सूनी दिखती हैं। इस गर्मी में भी कई लोगों और खास कर महिलाओं को रोजमर्रे के कामकाज के लिए घर से निकलना पड़ रहा है। गर्मी से बचने के लिए वे अपने चेहरे ढंक लेती हैं और बार-बार तरल पदार्थ पीती हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि “हमें अपनी इस मजबूरी के लिए यहां बाहर तो निकलना पड़ता है। स्कूल जाना है, कोचिंग जाना है। पर इस गर्मी से बचाव के लिए कभी ठंडा पीना पड़ता है। कभी दोपट्टा वगैरह लेकर निकलना पड़ता है, पर क्या कर सकते हैं? हमारी मजबूरी है। इस हिसाब से गर्मी है। लगता नहीं है कि जल्दी से कम हो जाएगी, पर क्या कर सकते हैं? बचाव के लिए कुछ तो करना ही पड़ेगा।”

“दो-तीन दिनों से बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है। बाहर ही नहीं निकला जा रहा है, लेकिन कोई काम होता है, इम्पॉर्टेंट, तो उसमें कैसे भी कपड़ा वगैरह डाल के बाहर निकलना ही पड़ रहा है। 45-46 डिग्री तापमान हो रखा है। फिलहाल कोई लग नहीं रहा है कि मानसून वगैरह आएगा। गर्मी देख के लग रहा है कि कोई मानसून आने वाला नहीं है। दे रखा है कि 10 दिन तापमान ऐसे ही बढ़ती ही रहेगा। ऐसे तो बाहर निकलना पॉसिबल ही नहीं है।”

तापमान बढ़ने के साथ बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में गर्मी में होने वाली बीमारियों के इलाज के लिए खास वार्ड बनाया गया है, अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि वार्ड में आपातकालीन दवाएं, बर्फ के टुकड़े और ठंड पहुंचाने के उपकरण मौजूद हैं।

बीकानेर के पीबीएम अस्पताल सुपरिटेंडेंट डॉ. सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि “जो हमारी कैजुअल्टी चल रही है, वहां पे भी डॉक्टर्स को सेंसिटाइज कर दिया है। नर्सिंग स्टाफ को भी सेंसिटाइज कर दिया है कि हीटवेव के जो पेशेंट आते हैं, उनको किस तरह से मैनेज करते हैं। 10 बेड हीटवेव के लिए अलग से डीओ के अंदर चिह्नित कर रखे हैं। जहां भी, कभी भी पेंशेंट आए राउंड द क्लॉक, नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर अवेलेबल हैं। इसी के साथ में आइस पैक की फैसिलिटी, इसी के साथ में रेक्टल थर्मामीटर की फैसिलिटी और इसी के साथ में ड्रग्स, जो फ्लूइड वगैरह की रिक्वायरमेंट होता है, वो पूरी तरह से तैयारी कर ली गई है।”

लोगों को सलाह दी गई है कि जब तक जरूरत न पड़े, लू से बचने के लिए घर में ही रहें। निकलना ही पड़े तो लगातार पानी पीते रहें। उन्होंने कहा कि जनता से मेरा एक ही निवेदन है, कि जैसे कि 12 बजे से पांच बजे के बीच में टेम्परेचर ज्यादा होता है, कम से कम घर के बाहर निकलने की कोशिश करें। और अगर निकलते भी हैं, तो एट लीस्ट हमारे पास पानी की बोतल हमेशा होनी चाहिए, ताकि पानी की कमी शरीर में नहीं आए। हमेशा जब हीटवेव होती है, हीट स्ट्रोक तभी डेवलप होगा आपके अंदर, डिहाइड्रेशन होगा, पानी की कमी होगी। कोई आदमी पर्याप्त मात्रा में पानी पीता रहता है, तो उसके बाद उसके हीट स्ट्रोक होने के चांसेज और हीट एडजस्टेड होने के चांसेज नहीं के बराबर होंगे।”

हाल-फिलहाल में मानसून के आसार नहीं दिख रहे। दूसरी ओर लू कम होने की भी संभावना नहीं है। ऐसे में बीकानेर को आने वाले समय में भी भारी तपिश का सामना करना है, मौसम विभाग के मुताबिक बीकानेर में 11 जून तक अधिकतम तापमान 45 से 47 डिग्री सेल्सियस तक रहने के आसार हैं। इस दौरान कई जगहों पर तेज लू भी चल सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *