Heatwave: उत्तर भारत में लोग भीषण गर्मी झेल रहे हैं, कई शहरों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। हाल-फिलहाल में गर्मी से निजात नहीं दिख रही। जून की चिलचिलाती गर्मी में चंडीगढ़ की मशहूर सुखना झील भी राहत नहीं दे पा रही है। ठंड की तलाश में आए सैलानियों को उसी भीषण गर्मी से जूझना पड़ रहा है, जिससे वे बचना चाह रहे थे।
यहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है। लिहाजा सुखना झील में पानी का स्तर काफी कम हो गया है। सैलानियों को गर्मी से निपटने में मदद के लिए लोगों ने सामुदायिक लंगर शुरू किया है। आगंतुकों को ठंडा और हाइड्रेटेड रखने के लिए मुफ्त सरबत पिलाई जा रही है। भीषण गर्मी में बिजली की खपत बढ़ गई है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बिजली ग्रिड पर भारी दबाव है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में ओवरहीटिंग को रोकने और लगातार बिजली की आपूर्ति के लिए बड़े ट्रांसफार्मरों के चारों ओर कूलर लगाए गए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल लू के हालात बने रहेंगे। हालांकि 15 जून से कहीं-कहीं थोड़ी-बहुत बारिश से कुछ राहत मिल सकती है, विभाग ने ये भी कहा कि मानसून इस सप्ताह फिर रफ्तार पड़ेगा और 25 जून तक दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम भारत के ज्यादातर हिस्सों में पहुंचेगा।
सैलानियों का कहना है कि “सबसे पहले तो हम लोग गर्मी से बचने के लिए मनाली गए थे। वहां पे बहुत ही अच्छा था। अभी कल तो वहां बारिश हो रही थी और स्नो फॉल भी बहुत ज्यादा हुआ था। तो वहां का वेदर काफी अच्छा है, लेकिन फिर हमने सोचा कि एक दिन चंडीगढ़ भी घूम कर देखते हैं। तो चंडीगढ़ में तो बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है। बाकी हम लोग टाइम टू टाइम रेगुलरली बेसिस पे पानी पी रहे हैं पांच-दस मिनट के अंदर। सबसे पहले तो पानी की बोतल नेसेसरी है अपने साथ में लेके घूमना। और उसके साथ में जो भी बेवरेजेज है, लिक्विड, गन्ने का जूस हमने अभी पिया था बाहर जाके।”
“हम घूमने के हिसाब से आए थे कि अच्छा घूमने को मिलेगा। चंडीगढ़ जिला तो अच्छा है। बाकी गर्मी बहुत बढ़ रही है। तो अभी हम लोग बाहर से घूम कर जा रहे हैं। शाम को देखेंगे कि चंडीगढ़ का माहौल कैसा रहता है। पहले तो हमारे यहां जितनी गर्मी पड़ रही है, एमपी में उतनी गर्मी, यहां ज्यादा ही पड़ रही है।”
“मुझे लगा था कि चंडीगढ़ थोड़ी ठंडी रहेगी, क्योंकि नॉर्थ के अंदर है ये इंडिया में, लेकिन यहां आके मालूम चल रहा है, राजस्थान और चंडीगढ़ बराबर सा फील हो रहा है। और यहां ह्यूमिडिटी बहुत ज्यादा फील हो रही है। अभी राजस्थान में ड्राई समर रहती है। यहां पे थोड़ी ह्यूमिडिटी है, उस वजह से थोड़ा बोमिटिंग जैसा महसूस हो रहा है। ये हाइड्रेटेड दे रहे हैं और लिक्विड बेवरेज जैसे, कोल्ड ड्रिंक्स और गन्ने का जूस, फ्रूट जूस वो पीके काम चला रहे हैं।”