Tricolor: स्वतंत्रता दिवस के नजदीक आते ही गुजरात के सूरत में कपड़ा उद्योग के कर्मचारियों का काम बढ़ गया है। भारतीय तिरंगे की भारी मांग को पूरा करने के लिए वो दिन-रात काम कर रहे हैं। झंडा बनाने वाले कारीगर बताते हैं कि उन्हें देशभर से काफी ऑर्डर मिले हैं। खास बात ये है कि इन ऑर्डरों को पूरा करने वाले ज्यादातर कर्मचारी महिलाएं हैं।
केंद्र सरकार ने 2022 में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू किया था। इसके तहत स्वतंत्रता दिवस के दिन फहराने के लिए कई संस्थाएं और आम लोग भारतीय ध्वज खरीदते हैं।
सूरत में तिरंगा बनाने वाले कारीगर केंद्र सरकार की ‘हर घर तिरंगा’ पहल में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इसे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत शुरू किया गया था, ताकि लोगों को भारत की आजादी के उपलक्ष्य में तिरंगा घर लाने और उसे फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
झंडा बनाने वाली कारीगर श्रद्धा पटेल ने कहा कि “अभी हमें करोड़ों में ऑर्डर मिला हुआ है तिरंगा बनाने का, अभी हमारे साथ बहुत सारी महिलाएं जो ज्वॉइन हुईं हैं। वर्क कर रही हैं, जो वर्किंग आवर्स है उससे ज्यादा आवर्स में भी वर्क कर रही हैं। अभी तो हमारा वर्क स्टार्ट हुआ है तीन चार महीने पहले स्टार्ट हो जाता है, 26 जनवरी और 15 अगस्त जब आता है।
तो हमें लोकल भी इतने ऑर्डर आ रहे हैं, 10 हजार, पांच हजार जितना भी वो ऑर्डर जितना आता है, हम धीरे-धीरे करते जा रहे हैं। अभी जो है वो 40 से 50 जितनी महिलाएं हमारे साथ जुड़ी हुईं हैं और जो हाउस वाइफ हैं वो मोस्टली हमारे साथ ज्वॉइन हुईं हैं और वर्क कर रही हैं।”
कपड़ा निर्माता प्रवीण गुप्ता ने बताया कि “जैसे अभी अपना 15 अगस्त आ गया है। 15 दिन में आ रहा है तो हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी की जो ‘घर-घर तिरंगा’ की मुहिम है, उनका जो सूत्र है उसके चलते हम लोगों के पास तिरंगा झंडा बनाने के बहुत अच्छे प्रोग्राम हैं। जिसमें हम लोग अलग, डिफरेंट्स साइज के फ्लैग बना रहे हैं, जिसमें 5/8 इंच के फ्लैग हैं, 20/20 इंच के फ्लैग है और 20 फीट, 30 फीट के बड़े झंडे भी हैं।”